
हिरोशिमा परमाणु बम हमले में जीवित बचे लोगों ने विश्व शांति की वकालत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की है। जापानी एनजीओ पीस कल्चर विलेज ने उनके सम्मान में प्रशस्ति पत्र जारी किया। तोशिको तनाका और केंटा सुमियोका द्वारा हस्ताक्षरित यह प्रशस्ति पत्र भारतीय अल्पसंख्यक महासंघ संयोजक को सौंपा गया।इसमें दुनिया भर में शांति को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना की गई
हिरोशिमा परमाणु बम हमले में जीवित बचे लोगों ने विश्व शांति की वकालत के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की है। जापानी एनजीओ पीस कल्चर विलेज ने उनके सम्मान में प्रशस्ति पत्र जारी किया।
तोशिको तनाका और केंटा सुमियोका द्वारा हस्ताक्षरित यह प्रशस्ति पत्र भारतीय अल्पसंख्यक महासंघ संयोजक को सौंपा गया। इसमें दुनिया भर में शांति को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना की गई और उन्हें शांति की एक दृढ़ वैश्विक आवाज बताया गया।
प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि पीएम मोदी का नेतृत्व इस बात की पुष्टि करता है कि मानवता की सबसे बड़ी ताकत संवाद, सहयोग और परमाणु हथियारों से मुक्त भविष्य के लिए सामूहिक जिम्मेदारी में निहित है। इसमें भारत की संयम नीतियों पर प्रकाश डाला गया है।
अपना अनुभव साझा करते हुए, तोशिको तनाका ने कहा, ”हिरोशिमा में परमाणु हमले के दौरान मैं करीब छह साल का था। मैंने इस त्रासदी की भयावहता को झेला है और अपना जीवन दुनिया से यह अपील करने में समर्पित कर दिया है कि हमें सामूहिक विनाश के हथियारों को नष्ट करना चाहिए। बमबारी के दौरान मैंने अपने सभी स्कूली दोस्तों को खो दिया था और मैं अकेला जीवित बचा था। आज तक कुछ पीडि़तों का कोई पता नहीं चल पाया है।”
तनाका ने परमाणु हथियारों को लेकर संयम पर प्रधानमंत्री मोदी के रुख की भी प्रशंसा की।