
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, सितंबर 2025 में भारतीय गोल्ड ईडीएफ में 902 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ, जो अगस्त की तुलना में लगभग 285 प्रतिशत अधिक है.
वैश्विक बाजार में हलचल के बीच सोने की तरफ निवेशकों का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है. इस साल गोल्ड सर्राफा बाजार में करीब 60 प्रतिशत तक का रिटर्न मिला है, जबकि 2022 से इसकी कीमतों में लगभग 140 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि देखी गई है. बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक बदलाव और मौद्रिक नीतियों से जुड़ी उम्मीदों के कारण सोने की कीमत में यह तेजी देखी जा रही है.
इस धनतेरस सोने की कीमत का अनुमान
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इस धनतेरस सोने की कीमत लगभग 1,30,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है. एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज की कॉमोडिटीज रिसर्च चीफ वंदना भारती के अनुसार, साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में सोना लगभग डेढ़ लाख रुपये के करीब पहुंच सकता है. वहीं, धनतेरस पर इसकी कीमत 1,20,000 से 1,30,000 रुपये के बीच रहने की संभावना है.
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के कारण सोने की कीमत में यह उछाल देखा जा रहा है.
सोने की चमक के पीछे कारण
विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2026 में भी सोने की कीमत में इसी तरह की तेजी बनी रह सकती है. हालांकि, डेढ़ लाख रुपये पार करने की संभावना कम बताई जा रही है. दुनियाभर के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं, और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण निवेशक गोल्ड में निवेश कर रहे हैं.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, सितंबर 2025 में भारतीय गोल्ड ईडीएफ में 902 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ, जो अगस्त की तुलना में लगभग 285 प्रतिशत अधिक है. ऑग्मोंट की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी के अनुसार, यदि मौजूदा रुझान जारी रहा, तो 2026 के मध्य से अंत तक सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम डेढ़ लाख रुपये के पार जा सकती है.