
महाराष्ट्र में छात्रों को छात्रवृति दिए जाने को लेकर सुप्रिया सुले ने अजित पवार के मंत्रालय पर सवाल उठाया है. उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में मुख्यमंत्री कार्यालय को भी टैग किया है.
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार के साथ आने की अटकलों के बीच बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने छात्रवृति को लेकर शिकायत की है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी – शरदचंद्र पवार (एनसीपी एसपी) के प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा, ”मराठा समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों के लिए ‘सारथी’ नाम के संस्था के माध्यम से छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. लेकिन छात्रों की शिकायत है कि यह छात्रवृत्ति समय पर नहीं मिल पा रही है, क्योंकि वित्त मंत्रालय से अनुदान समय पर नहीं मिल रहा है.”
उन्होंने कहा, ”शिक्षा की दृष्टि से छात्रवृत्ति बहुत महत्वपूर्ण है और इसे समय पर प्राप्त किया जाना चाहिए. मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि कृपया छात्रों की बात सुनें और यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाएं कि उन्हें यह छात्रवृत्ति समय पर मिले.”
अजित पवार के पास है वित्त मंत्रालय
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख अजित पवार डिप्टी सीएम के साथ वित्त मंत्री भी हैं. सुप्रिया सुले ने अपने एक्स पोस्ट में मुख्यमंत्री फडणवीस और अपने भाई अजित पवार को भी टैग किया है.
बता दें कि इन दिनों महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार के साथ आने की अटकलें लगाई जा रही है. दरअसल, दोनों ही नेता हाल के दिनों में कई मंचों पर साथ नजर आए हैं.
साथ आने पर क्या बोले शरद पवार?
साथ आने को लेकर जब शरद पवार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि अगर दोनों एनसीपी गुट एक साथ आ जाएं तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं होगी. एनसीपी एसपी का एक गुट अजित पवार से जुड़ना चाहता है. इस पर अंतिम फैसला अगली पीढ़ी के नेतृत्व (सुप्रिया सुले और अजित पवार) को लेना होगा.
अजित पवार ने चाचा शरद पवार के खिलाफ जुलाई 2023 में बगावत कर दी थी और एनसीपी के कई विधायकों के साथ महायुति सरकार में शामिल हो गए थे. मामला सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग में पहुंचा. जहां चुनाव आयोग ने अजित पवार की एनसीपी को असली माना और चुनाव चिह्न और नाम अजित पवार को सौंप दी. वहीं शरद पवार के गुट को नया नाम और चिह्न मिला.