
अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का आज (12 फरवरी) सुबह निधन हो गया. वह पिछले तीन दशकों से रामलला की सेवा कर रहे थे.
अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का लखनऊ में निधन हो गया. उन्हें ब्रेन हैमरेज के बाद 3 फरवरी को अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था. लखनऊ के SGPGI के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में उनका इलाज चल रहा था. यहीं पर बुधवार (12 फरवरी) सुबह सात बजे उन्होंने आखिरी सांस ली.
सत्येंद्र दास पिछले तीन दशकों से अयोध्या के रामलाल मंदिर के मुख्य पुजारी के तौर पर सेवा दे रहे थे. रामलला जब अस्थायी टेंट में थे तब से लेकर भव्य मंदिर में विराजमान होने तक वह रामलला के सेवक के तौर पर कार्य करते रहे.
1 मार्च 1992 को सत्येंद्र दास की रामलला के मुख्य पुजारी के तौर पर नियुक्ति हुई थी. उनके पुजारी बनने के 9 महीने बाद ही बाबरी विध्वंस की घटना हुई थी. बताते हैं कि उस दौरान सत्येंद्र दास ही रामलला को गोद में लेकर वहां से भागे थे.
अब कौन बनेगा राम मंदिर का मुख्य पुजारी?
सत्येंद्र दास के गुजर जाने के बाद यह एक बड़ा सवाल है. इस मामले में फैसला श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य ही करेंगे. 15 सदस्यीय इस ट्रस्ट में महंत नृत्यगोपाल दास महाराज समेत छह संत हैं. इस ट्रस्ट में कलेक्टर और सुप्रीम कोर्ट के वकील भी हैं. यही सभी मिलकर अगला मुख्य पुजारी तय करेंगे.
वर्तमान में कौन कर रहा है पूजा?
राम मंदिर में एक दो नहीं बल्कि दो दर्जन से ज्यादा पुजारी हैं. पिछले साल राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के वक्त रामलला की पूजा अर्चना के लिए 24 पुजारियों का चयन किया गया था. इसके बाद भी मंदिर में पुजारियों की संख्या और बढ़ाया गया. मंदिर प्रांगण में मुख्य मंदिर के अलावा भी अन्य मंदिर होने के चलत यहां पुजारियों की संख्या इतनी ज्यादा है. सभी पुजारियों को प्रशिक्षण के बाद राम मंदिर में सेवा का मौका दिया गया है.