मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस पहल से न केवल भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों व आदर्शों को और अधिक मजबूती मिलेगी, बल्कि यह हमारी संसदीय प्रणाली में एक ऐतिहासिक सुधार भी साबित होगा।
केंद्र सरकार ने बुधवार को वन नेशन, वन इलेक्शन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इससे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जा सकेंगे। इस निर्णय से देश की 543 लोकसभा और 4130 विधानसभा सीटों पर एक साथ चुनाव कराने का रास्ता साफ होता दिख रहा है। इस फैसले को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐतिहासिक कदम बताया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिमंडल का वन नेशन-वन इलेक्शन की स्वीकृति के लिए प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में आज भारतीय लोकतंत्र ने वन नेशन-वन इलेक्शन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। यह अभी तक का सबसे बड़ा निर्णय है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग राज्यों में बार-बार चुनाव से विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव से पहले ही वन नेशन-वन इलेक्शन की घोषणा कर दी थी और इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के मार्गदर्शन में एक आयोग गठित किया था, जिसने इस संबंध में प्रस्ताव पेश किया। प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल से प्रस्ताव को स्वीकृत करवाकर भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से न केवल भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों व आदर्शों को और अधिक मजबूती मिलेगी, बल्कि यह हमारी संसदीय प्रणाली में एक ऐतिहासिक सुधार भी साबित होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में भी इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस ऐतिहासिक कदम के लिए प्रधानमंत्री मोदी का हृदय से आभार माना और देशवासियों को बधाई दी है।
धन और समय की बचत का महत्वपूर्ण कदम
केंद्र सरकार ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस फैसले का मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं ने स्वागत किया है, जबकि कांग्रेस ने आलोचना की है। प्रदेश के पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और भारत सरकार के कैबिनेट का अभिनंदन करता हूं, उन्होंने वन नेशनल वन इलेक्शन और सहमति दी है। लगातार चुनाव के कारण धन का उपयोग होता है, समय की बर्बादी होती है और विकास रुकता है। स्थिति से निजात पाने के लिए भाजपा और उनकी सरकार का यही मत रहा है।
दशकों की समस्या का समाधान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी की सिफारिशों को मंजूरी देने का स्वागत योग्य निर्णय लिया है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में वन नेशन, वन इलेक्शन का वादा किया था। मोदी जी की एक और गारंटी पूरी होने की ओर बढ़ चली है। मोदी जी के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के बाद एक ऐसी समस्या का समाधान किया जा रहा है, जिसकी दशकों से देश आस लगाए बैठा था। इस कदम का स्वागत करते हुए मैं प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं।
देश की भलाई के लिए महत्वपूर्ण निर्णय
भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की लंबे समय से देश के नागरिकों और विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा मांग की जा रही थी, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। डॉ. महेंद्र सिंह ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री मोदी भविष्य में भी इस तरह के जनहितैषी फैसले लेते रहेंगे, जो देश के विकास और नागरिकों की भलाई के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा और उसकी विचारधारा लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं मानती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के संगठन में कभी भी चुनाव नहीं होते। इस पर कांग्रेस का आधिकारिक बयान ही उनका भी वक्तव्य होगा।
बता दें, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति की वन नेशनल, वन इलेक्शन नीति को लेकर पेश रिपोर्ट को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। अब संसद के शीतकालीन सत्र में इससे संबंधित विधेयक लाया जाएगा। प्रहलाद पटेल ने कहा कि चुनाव एक बार ही होना चाहिए, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भी धन्यवाद करता हूं। उन्होंने इसे धन और समय की बचत का महत्वपूर्ण कदम बताया।