
राजस्थान मंत्री जोगाराम पटेल ने वक्फ बिल के विरोध में सरवर चिश्ती के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश हुई तो सख्त कार्रवाई होगी.
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने अजमेर दरगाह (Ajmer Dargah) के सचिव सरवर चिश्ती (Sarwar Chisti) के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने वक्फ कानून के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने की धमकी दी थी. इसके जवाब में मंत्री पटेल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि कोई कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करेगा, तो सरकार उसका जवाब देना अच्छे से जानती है.
क्या था सरवर चिश्ती का बयान?
दरअसल, सरवर चिश्ती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वक्फ कानून के खिलाफ नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि 99 प्रतिशत मुसलमान इसका विरोध कर रहे हैं और अब वक्त आ गया है कि मुस्लिम समाज एकजुट होकर सड़क पर उतरे. चिश्ती ने यह भी कहा कि पिछले 11 सालों से वे अन्याय सहन कर रहे हैं और अब यह संघर्ष सार्वजनिक रूप से होगा. उन्होंने यह बयान देते हुए इसे एक राजनीतिक मुद्दा बताया और कहा कि अब शेरवानी उतारने का वक्त आ गया है.
मंत्री जोगाराम पटेल का पलटवार
सरवर चिश्ती के बयान को मंत्री जोगाराम पटेल ने गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा, “किसी भी लोकतांत्रिक देश में विरोध करना सबका अधिकार है, लेकिन अगर यह विरोध कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की ओर बढ़ेगा, तो प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभाएगा.” उन्होंने आगे कहा, “बहुसंख्यक मुस्लिम समाज इस कानून का समर्थन कर रहा है. कई लोगों ने इसका स्वागत किया है. मुझे समझ नहीं आता कि 99 प्रतिशत का आंकड़ा कहां से लाया गया है.”
मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि यदि किसी को कानून से आपत्ति है, तो उसके लिए कानूनी रास्ता खुला है. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जा सकती है. लेकिन, यदि कोई समूह सड़कों पर उतरकर अराजकता फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वक्फ कानून पर यह बयानबाजी अब तूल पकड़ रही है और राज्य की राजनीति में एक नया विवाद उभरता दिख रहा है.