वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। तिरुनेलवेली-चेन्नई एग्मोर वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे एक यात्री को नाश्ते में परोसे गए सांभर में एक कीड़ा मिला। उन्हें ये नाश्ता ट्रेन के मदुरई स्टेशन पर दिया गया। मदुरई स्टेशन से रवाना होने के तुरंत बाद उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। अब शिकायत के बाद दक्षिणी रेलवे ने स्पष्टीकरण जारी किया।
वंदे भारत एक्सप्रेस से जुड़ा एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। तिरुनेलवेली-चेन्नई एग्मोर वंदे भारत एक्सप्रेस में ट्रेन संख्या 20666 में यात्रा कर रहे एक यात्री को नाश्ते में परोसे गए सांभर में एक कीड़ा मिला। उन्हें ये नाश्ता ट्रेन के मदुरई स्टेशन पर दिया गया। मदुरई स्टेशन से रवाना होने के तुरंत बाद उन्होंने शिकायत दर्ज कराई।
यात्रा के दौरान परोसे गए सांभर में कीड़ा मिलने की शिकायत के बाद दक्षिणी रेलवे ने स्पष्टीकरण जारी किया। रेलवे ने भी यात्रियों से माफी मांगी और लाइसेंसधारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया। अधिकारियों के अनुसार, ऑनबोर्ड मैनेजर, मुख्य खानपान निरीक्षक (सीआईआर), मुख्य वाणिज्यिक निरीक्षक (सीसीआई) और सहायक वाणिज्यिक प्रबंधक (एसीएम) ने बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स की तरफ से प्रबंधित तिरुनेलवेली बेस किचन की तरफ से दिए गए खाने की जांच की।
जांच की गई तो पता चला…
जांच से पता चला कि कीट कैसरोल कंटेनर के ढक्कन से चिपका हुआ था। अधिकारियों ने यात्री से माफी मांगी, लाइसेंसधारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया और डिंडीगुल स्टेशन पर खाने का ऑफर दिया, जिसे ग्राहक ने अस्वीकार कर दिया।
दूषित भोजन का पैकेट क्वालिटी आश्वासन के लिए डिंडीगुल स्वास्थ्य निरीक्षक को दिया गया था। साथ ही इसके बाद बाकि खाने की भी जांच की गई, जांच से पता चला कि बाकि के खाने में कोई दिक्कत नहीं है।
50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया
रेलवे ने कहा कि लापरवाही के लिए बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है और आगे की कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि रेलवे घटना की जांच कर रहा है, रेलवे कंटामिनेटिड खाने से संबंधित सभी संभावनाओं की तलाश कर रहा है।
इसके अलावा, रेलवे ने यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया और भोजन मानकों की निगरानी के लिए नियमित निरीक्षण करने का आश्वासन दिया। इसमें समय पर समाधान और कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए रेल मदद प्रणाली पर शिकायतें दर्ज करने की भी सलाह दी गई है।