
Haryana Yamuna: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यमुना नदी को स्वच्छ रखने के लिए सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं. नदी में सीवेज पानी रोका जाए और उपायुक्त अपने जिलों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करें.
Haryana Yamuna Cleaning: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यमुना नदी को स्वच्छ बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताते हुए सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि नदी में किसी भी तरह से सीवेज का पानी न छोड़ा जाए. हरियाणा राज्य सूखा राहत और बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए शनिवार (15 मार्च) को सीएम सैनी ने कहा, ‘‘यमुना को साफ रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है.’’
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पानीपत, सोनीपत, पलवल और यमुनानगर जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे अपने जिलों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करें, ताकि दूषित पानी यमुना में न जाए.
मॉनसून के दौरान नहीं होना चाहिए जलभराव- सीएम सैनी
सीएम नायब सैनी ने अधिकारियों को रेवाड़ी के मसानी बैराज में स्थित सभी 6 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की कार्य पद्धति की जांच करने और उनकी उचित देखरेख सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को अपने क्षेत्रों में नालों और नहरों की सफाई कराने और मॉनसून के दौरान जलभराव को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए.
वहीं, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण बोर्ड का ध्यान शहरों और गांवों में मजबूत ढांचे तैयार करने और मजबूत बुनियादी ढांचे की स्थापना पर होना चाहिए, जिससे मॉनसून के मौसम में घरों और खेतों में पानी का बहाव रोका जा सके.
650 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं को मंजूरी
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी प्रमुख नहरों की गाद निकालने और पुरानी नहरों की मरम्मत के आदेश दिए. बैठक में हरियाणा राज्य सूखा राहत और बाढ़ नियंत्रण बोर्ड ने बाढ़ नियंत्रण के लिए कुल 352 योजनाओं को मंजूरी दी, जिनकी लागत 657.99 करोड़ रुपये है.