
पुलिस को बाबा सिद्दीकी का नंबर एक्टिव करने की कोशिश की शिकायत मिली। बाबा सिद्दीकी की बेटी अर्शिया सिद्दीकी ने मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने दिल्ली के बुराड़ी इलाके से युवक विवेक साबरवाल को गिरफ्तार किया।
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके मोबाइल नंबर को फिर से एक्टिव करने की कोशिश की गई। बाबा सिद्दीकी का यह नंबर उनके पारिवारिक व्यवसाय के खाते से जुड़ा था। मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी की ओर से जब सत्यापन के लिए बाबा सिद्दीकी की पत्नी के नाम पर ईमेल आया तो मामले का खुलासा हुआ। बाबा सिद्दीकी की बेटी अर्शिया सिद्दीकी की शिकायत पर पुलिस ने दिल्ली से युवक को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि साइबर ठगी करने के लिए आरोपी नंबर एक्टिव कराने की कोशिश कर रहा था।
बीते साल अक्तूबर में बाबा सिद्दीकी की हत्या तब कर दी गई थी जब अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय से बाहर निकले थे। अब पुलिस को बाबा सिद्दीकी का नंबर एक्टिव करने की कोशिश की शिकायत मिली। बाबा सिद्दीकी की बेटी अर्शिया सिद्दीकी ने मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई।
अर्शिया ने बताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति उनके दिवंगत पिता के नाम पर जारी मोबाइल नंबर के लिए अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता बनने की कोशिश कर रहा है। यह नंबर अब भी सक्रिय है और पारिवारिक व्यवसायों जियर्स बिज़नेस इंडिया एलएलपी और फ्लेवर फूड वेंचर से जुड़ा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
दिल्ली से पकड़ा युवक
मामले में पुलिस ने दिल्ली के बुराड़ी इलाके से युवक विवेक साबरवाल को गिरफ्तार किया। पुलिस युवक को पूछताछ के लिए मुंबई लेकर आई। पुलिस ने बताया कि साबरवाल ने बाबा सिद्दीकी के नाम पर नया सिम कार्ड प्राप्त कर नंबर को फिर से सक्रिय करने की कोशिश की। वह इस नंबर के जरिये साइबर धोखाधड़ी करना चाहता था। पुलिस ने कहा कि आरोपी पहले भी साइबर अपराध के मामलों में शामिल रहा है। मौजूदा समय में वह एक अन्य साइबर अपराध के मामले में जमानत पर बाहर था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस धोखाधड़ी में और कौन-कौन शामिल हो सकता है।
बाबा सिद्दीकी की पत्नी के नाम पर बनाई फर्जी ई-मेल आईडी
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बाबा सिद्दीकी की पत्नी शाहज़ीन सिद्दीकी के नाम से एक फर्जी ईमेल आईडी बनाई। उसका उपयोग कर मोबाइल सेवा प्रदाता को संपर्क कर नंबर पर अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी। आरोपी ने शाहज़ीन सिद्दीकी के व्यक्तिगत दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, जीएसटी विवरण और कंपनी का लेटरहेड का इस्तेमाल कर यह फर्जी अनुरोध किया।
आरोपी ने मोबाइल सेवा प्रदाता वोडाफोन को अनुरोध भेजा कि हस्ताक्षरकर्ता को बदला जाए और उसने माइकल शर्मा, तरुण कुमार, अविनाश अरोड़ा और सुमित शर्मा जैसे फर्जी नाम बताए। इसके बाद 25 जून को वोडाफोन ने जब इस अनुरोध के जवाब में शाहज़ीन सिद्दीकी की असली ईमेल आईडी को सीसी में शामिल किया, तब सिद्दीकी परिवार को इस धोखाधड़ी का पता चला और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
बाबा सिद्दीकी की बेटी ने मुंबई पुलिस से अनुरोध किया है कि वे फर्जी ईमेल आईडी के स्रोत का पता लगाएं और उस नंबर से जुड़ा कॉल डाटा रिकॉर्ड (CDR) भी खंगालें, क्योंकि परिवार को शक है कि इस साजिश का संबंध बाबा सिद्दीकी की अचानक हुई मौत से हो सकता है। मुंबई पुलिस ने कहा है कि डिजिटल सबूतों की इलेक्ट्रॉनिक और फॉरेंसिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और यदि किसी बड़े षड्यंत्र की पुष्टि होती है तो और गिरफ्तारियां भी की जा सकती हैं।