जीतू पटवारी की दूसरी लिस्ट में नेताओं का डिमोशन हो गया है। लिस्ट जारी होते ही बगावत का बिगुल बज गया है। नेता पद लेने से मना कर रहे है। इसका असर दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर पड़ सकता है।मचे घमासान पर भाजपा हमलावर हो गई है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है जहां जीतू पटवारी 10 महीने बाद अपनी टीम की लिस्ट जारी की, वहीं पहली लिस्ट जारी होते ही बगावत का बिगुल बज गया था। जीतू पटवारी ने आनन-फ़नान में दूसरी लिस्ट जारी की लेकिन वह भी उनके लिए गले की फांस बन गई है। जीतू पटवारी ने मंगलवार को देर रात लिस्ट जारी की और बुधवार को सुबह से इस्तीफे की झड़ी लग गई। दरअसल दूसरी लिस्ट में नेताओं को मनाने के चक्कर में टीम में शामिल तो किया गया लेकिन नेताओं का कहना है कि उनका डिमोशन कर दिया गया है। जनरल सेक्रेटरी रहे नेता को सहायक सचिव बना दिया गया। कांग्रेस में मचे घमासान का फायदा इधर भाजपा भी लेना शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं ने जीतू पटवारी पर जमकर हमला बोला है। जहां एक तरफ उपचुनाव हो रहे हैं वहीं कांग्रेस में जारी बगावत का असर उपचुनाव में भी पड़ सकता है।
नेता ने शुरू की बगावत
एमपी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित होने के बाद से नेताओं का इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया है। भोपाल कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना मोनू ने सचिव पद को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। मुरैना जिले के कांग्रेस नेता रामलखन दंडोतिया ने संयुक्त सचिव बनाए जाने से नाराज होकर पद लेने से मना कर दिया। वही जीतू पटवारी के गृह जिले इंदौर सचिव बनाए गए अमन बजाज ने पद लेने से मना कर दिया है। पहली सूची में इंदौर से प्रमोद टंडन ने इस्तीफा दे दिया था।
जनरल सेक्रेटरी को बना दिया सहायक सेक्रेटरी
जीतू पटवारी की दूसरी लिस्ट में संयुक्त सचिव बनाए गए रामलखन दंडोतिया ने कहा है कि मुझे सहायक सेक्रेटरी बनाया है। मुझसे इस बारे में बात नहीं की। अगर बताया होता तो मैं मना कर देता। जीतू पटवारी को शायद नहीं मालूम होगा कि 2022 में कमलनाथ की एआईसीसी लिस्ट में 78वें नंबर पर मेरा नाम अंकित है। मुझे जनरल सेक्रेटरी बनाया गया था। 2017 में दीपक बावरिया, अरुण यादव ने मुझे सेक्रेटरी बनाया था। इस समय मुझे सहायक सचिव बनाकर मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाई है।
मैं नहीं चाहता कि मैं पद लेकर घर बैठा रहूं। दंडोतिया ने कहा कि मै पटवारी जी से कहना चाहता हूं कि आपने ये जो मुझ पर एहसान किया है। वीरपुर कार्यालय पर मेरा जो सम्मान किया था उस सम्मान का और मुझे सहायक सेक्रेटरी बनाने के एहसान को ब्याज सहित लौटाउंगा। आप पार्टी को ऐसे ही मजबूत करते रहिए। कांग्रेस पार्टी के लिए साधारण कार्यकर्ता के रूप में मैं पूरी निष्ठा से काम करूंगा। मैं 12 दिनों से विजयपुर के वीरपुर सेक्टर में काम कर रहा था। कल शाम को मै वापस आ गया। अब दीवाली है तो दो चार दिन घर पर रहकर कार्यकर्ताओं से बात करूंगा। उसके बाद आगे की रुपरेखा तय होगी। ये जिले के नेताओं का षड़यंत्र नहीं हैं। जब हाकिम बेदर्द हो वहां फरियाद क्या करना?
जिला अध्यक्ष के पद से हटाने की कसक
राजधानी भोपाल के कांग्रेस के सक्रिय नेताओं में शामिल पूर्व जिला अध्यक्ष को प्रदेश सचिव बनाया गया लेकिन उन्होंने यह पर लेने से मना कर दिया। हालांकि उन्होंने कहा है कि मै कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा। जानकारी के अनुसार मोनू सक्सेना को भोपाल जिला अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजीव सक्सेना की नाराजगी दूर करने के लिए उनके भाई पार्षद प्रवीण सक्सेना को जिला अध्यक्ष बना दिया गया जिसके बाद से मोनू सक्सेना पार्टी से खफा चल रहे थे।
अब उन्हें प्रदेश सचिव बनाया गया है लेकिन उन्होंने यह पद लेने से मना कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए पद ठुकराने की बात कही। सक्सेना ने लिखा कि मैं प्रदीप मोनू सक्सेना छात्र राजनीति NSUI,युवा कांग्रेस,व भोपाल ज़िला कांग्रेस पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं और हमेशा रहूंगा। आपके द्वारा मुझे प्रदेश कॉंग्रेस में सचिव का महत्वपूर्ण पद मुझे दिया गया है। चूंकि मैं पूरे समय पार्टी की विचार धारा के लिया कार्य करता हूं। और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जी व हम सब के जन नेता राहुल गांधी के संदेश को घर-घर के साथ जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहा हूं। आप से अनुरोध है कि मेरे प्रदेश सचिव स्थान पर किसी अन्य अनुभवी य युवा साथी को पदस्थ कर पार्टी की विचार धारा को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करें।
158 पदाधिकारियों की दूसरी लिस्ट हुई जारी
मंगलवार देर रात पीसीसी की दूसरी लिस्ट जारी की गई है। इसमें 25 सदस्यीय पीएसी समेत 84 सचिव और 36 संयुक्त सचिव नियुक्त किए गए हैं। पीएसी में कमलनाथ, नकुलनाथ के साथ ही दिग्विजय सिंह को भी शामिल किया गया है। पहली लिस्ट में कुल 177 पदाधिकारी घोषित किए गए थे। दूसरी लिस्ट में कुल 158 पदाधिकारी बनाए गए हैं। दोनों सूचियों को मिलाकर अब एमपी कांग्रेस कमेटी में 335 पदाधिकारी हो गए हैं।
जीतू पटवारी ने सबकी दीवाली खराब कर दी
कांग्रेस नेताओं के पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि जीतू पटवारी ने सबकी दिवाली खराब कर दी। जीतू पटवारी ने उपाध्यक्ष को सचिव, सीनियर को सहसचिव बना दिया। सीनियरिटी पर जूनियर हावी है। उन्होंने कहा कि सूची में दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अरुण यादव का दबाव दिख रहा है। जो इस्तीफा दे रहे हैं वो राम भजन करेंगे। इससे उन्हें मोक्ष प्राप्त होगा। एक बात यह है कि जीतू पटवारी ने कांग्रेसियों की दीपावली खराब कर दी।