
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (बीओडी) को निलंबित कर निदेशक मंडल के चुनाव रद्द करने की अधिसूचना जारी होने के बाद मंडलायुक्त कांगड़ा विनोद कुमार ने बैंक का कार्यभार प्रशासक के रूप में संभाल लिया है। खास बात यह है कि आईएएस अधिकारी विनोद कुमार पहले भी लंबे समय तक केसीसी बैंक के प्रबंध निदेशक रहे हैं। कुछ समय पहले निवर्तमान बीओडी की सिफारिश पर प्रदेश सरकार ने उन्हें बैंक से हटाकर मंडलायुक्त कांगड़ा के पद पर स्थानांतरित किया था।
लेकिन अब बीओडी के निलंबन के बाद फिर से विनोद कुमार के हाथों में कांगड़ा बैंक के प्रशासकीय कार्यभार की जिम्मेदारी आ गई है, जो निवर्तमान बीओडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। स्थानांतरण से लेकर बीओडी के निलंबन तक बैंक में हुए सभी कार्यों की जांच अब प्रशासक विनोद कुमार कर सकते हैं। वहीं, बैंक के चेयरमैन सहित निदेशक मंडल के सभी 20 सदस्य रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसाइटी (आरसीएस) द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब देने की तैयारी में हैं। बीओडी के पास नोटिस का जवाब देने के लिए अब केवल 9 दिन शेष हैं। यह जवाब जल्द ही आरसीएस को सौंपा जाएगा।
बीओडी चुनाव प्रक्रिया रद्द होने से 48 प्रत्याशियों के अरमानों पर फिरा पानी
प्रदेश सहकारी सभाएं विभाग द्वारा एक अगस्त से शुरू हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (बीओडी) चुनाव प्रक्रिया 14 सितंबर तक नामांकन की अवधि के साथ जारी थी। अब तक कुल 48 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। इनमें कांगड़ा के बैजनाथ से 7, नूरपुर से 1, देहरा से 2, इंदौरा से 2, परागपुर से 4, नगरोटा बगवां से 4, भवारना से 4, रैत से 2, हमीरपुर से 7, नादौन से 3, ऊना से 2, गगरेट से 3, अंब से 2, लाहुल स्पीति से 2, कुल्लू से 1 और बंजार से 2 उम्मीदवार शामिल हैं। हालांकि, चुनाव प्रक्रिया रद्द होने के कारण इन सभी 48 प्रत्याशियों के सपनों पर पानी फिर गया है। निदेशक मंडल के चुनाव के लिए 29 सितंबर को प्रदेश के पांच जिलों में मतदान होना था, जो अब स्थगित कर दिया गया है। चुनाव प्रक्रिया की पुनः व्यवस्था के संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।