
काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। दिल्ली और पश्चिम बंगाल के दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। दोनों श्रद्धालु काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के बीच काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है। इस बीच, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। दोनों श्रद्धालु काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे, लेकिन उनका स्वास्थ्य अचानक बिगड़ने पर उनकी मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि अचेत अवस्था में होने के बाद उनकी मौत हो गई। बनारस के श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह ने दोनों श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की है।
डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि दोनों मृतक श्रद्धालु 10-11 फरवरी के दरम्यान भोर के वक्त काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए लगी भीड़ में कहीं खड़े थे। पहला मामला दिल्ली के अशोक विहार के 64 वर्षीय शक्ति माथुर का है, जो 11 फरवरी को सुबह 4:17 बजे अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। दूसरा मृतक 54 वर्षीय मुन्ना लाल हैं, जिन्हें 11 फरवरी को सुबह 5:27 बजे अस्पताल लाया गया, लेकिन उनकी भी मौत हो गई। दोनों मृतकों के साथ उनके परिजन अस्पताल में मौजूद थे।
महाकुंभ के मौके पर उमड़ी भीड़
दरसअल, महाकुंभ के माघी पूर्णिमा के मौके पर काशी में करीब 30 से 40 लाख श्रद्धालु मौजूद हैं। इन श्रद्धालुओं के बीच लाखों लोग श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए शहर के अलग-अलग इलाकों से आ रहे हैं। बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में जुटा हुआ है। प्रशासन के अधिकारी सड़क पर दिन-रात तैनात हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के अचेत होने पर परिजनों को जल्दी से अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
काशी विश्वनाथ धाम में नहीं हुई घटना
श्रद्धालुओं की मौत को लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम के सीईओ ने स्पष्ट कर दिया है कि धाम परिसर के अंदर किसी भी श्रद्धालु की मौत नहीं हुई है और न हो कोई अप्रिय घटना घटी। शिव प्रसाद गुप्त अस्पताल के प्रमुख ने भी अपने बयान में यह कहा कि दो श्रद्धालु की मौत हुई है, लेकिन वो धाम में नहीं, बल्कि वो बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए काशी आए थे।
गंगा घाट और मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़
वाराणसी शहर की आबादी लगभग 12 लाख है, लेकिन महाकुंभ और माघी पूर्णिमा के कारण आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करीब 40 लाख के आस-पास पहुंच गई है। इन श्रद्धालुओं की भीड़ शहर के प्रमुख गंगा घाटों और मंदिरों में देखा जा रहा है। सुबह के समय गंगा घाटों से लेकर काशी विश्वनाथ, काल भैरव मंदिर, संकट मोचन मंदिर, दुर्गा मंदिर, महामृत्युंजय मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालु अपनी आस्था प्रकट करने जुटे हुए हैं। प्रशासन की ओर से मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और सभी श्रद्धालुओं को कतार में दर्शन कराया जा रहा है।