
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व में योग के प्रसार के लिए भारत योग की विज्ञान को आधुनिक रिसर्च से और अधिक सशक्त कर रहा है। देश के बड़े बड़े मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च में जुटे हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में स्थान मिले ये हमारा प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के साथ योग किया। पीएम मोदी के साथ कई अन्य लोगों ने भी योग किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री ने क्या-कहा कहा। पीएम मोदी ने योग के महत्व पर जोर दिया और बताया कि यह किस तरह से उथल-पुथल भरे समय में शांति लाता है। उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से आज पूरी दुनिया किसी न किसी तरह के तनाव से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है। ऐसे में योग हमें शांति की दिशा देता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ता मोटापा पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। मैंने मन की बात कार्यक्रम में इसपर विस्तार से चर्चा की थी। इसके लिए अपने खाने में 10% तेल कम करने का चैलेंज भी शुरू किया था। मैं एक बार फिर दुनियाभर के लोगों को इस चैलेंज से जुड़ने का आह्वान करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि योग न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि इस पर्यावरणीय और पारिस्थितिक संतुलन के बारे में जागरूकता भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि योग हमें इस परस्पर जुड़ाव के प्रति जागरूक करता है और हमें सिखाता है कि हम अलग-थलग व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि प्रकृति का हिस्सा हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एक साथ योग कर रहा है। योग का सीधा-सादा अर्थ होता है – जुड़ना! ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है।
देश और दुनिया भर के सभी लोगों को International Yoga Day की बहुत बहुत शुभकामनाएं। आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एक साथ योग कर रहा है। योग का सीधा-सादा अर्थ होता है-जुड़ना। और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है।