पहली बार 1.40 लाख पर पहुंचा सोने का भाव, अगले साल गिरेगा भाव या डेढ़ लाख के भी पार जाएगी कीमत?

Gold Price Record High: पहली बार ऐसा हुआ है जब सोने की कीमतें 1.40 लाख तक पहुंच गई है. इसे देखते हुए लगता है कि सोना अब धीरे-धीरे मिडिल क्लास की पहुंच से दूर होता जा रहा है. साल खत्म होने वाला है, लेकिन सोने की कीमतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. 24 कैरेट में 10 ग्राम सोने का भाव 1.40 लाख तक पहुंच गया है. ऐसे में यह साल सोने की कीमतों के लिए ऐतिहासिक साबित होता दिख रहा है. सोने की कीमतें लगातार नई-नई रिकॉर्ड ऊंचाइयों को हासिल कर रही हैं. इस साल सोने की कीमतों में 70 परसेंट से ज्यादा की तेजी आ चुकी है. साल की शुरुआत में 10 ग्राम सोने की कीमत 83680 रुपये थी. अब यह धीरे-धीरे डेढ़ लाख के करीब पहुंचता जा रहा है. 

क्या अगले साल भी बढ़ेगी कीमत? 

अब लोगों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि क्या 2026 में भी कीमतों में यही तेजी जारी रहेगी? जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि अगले साल दिसंबर तक सोने की कीमत 5000 डॉलर प्रति औंस (158485 रुपये प्रति 10 ग्राम) तक जा सकती है. गोल्डमैन सैक्स के एक सर्वे के मुताबिक, अगले साल सोने की कीमतें लगभग 36 परसेंट बढ़ सकती हैं और यह 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं. मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब से यह लगभग 1,58,213 रुपये प्रति 10 ग्राम होगा. इन अनुमानों में भारत में लगने वाला अतिरिक्त 3 परसेंट का GST और स्टैंप ड्यूटी शामिल नहीं है.

क्यों बढ़ा सोने का भाव?

जियोपॉलिटिकल टेंशन सोने की कीमत में आई इस तेजी की सबसे बड़ी वजह है. एक तरफ रूस-यूक्रेन के बीच जंग पिछले तीन साल से बिना किसी समाधान के जारी है, वेनेजुएला से कच्चे तेल की सप्लाई में संभावित रुकावट को लेकर भी चिंताएं हैं, अफ्रीका में ISIS से जुड़े ग्रुप्स के खिलाफ अमेरिकी मिलिट्री कार्रवाई की खबरों से भी निवेशक टेंशन में हैं. अनिश्चितता के एक ऐसे माहौल में निवेशक इक्विटी जैसे ज्यादा जोखिम वाले एसेट्स से पैसा निकालकर सोने और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश में लगा रहे हैं, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं

सोने की कीमतों में आई इस तेजी की एक और वजह है. दरअसल, मार्केट को उम्मीद है कि US सेंट्रल बैंक अगले साल कम से कम दो बार रेट कम करेगा. इंटरेस्ट रेट कम होने से निवेशक फिक्स्ड डिपॉजिट, बॉन्ड और सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स की जगह निवेश का ऐसा विकल्प ढूंढ़ते हैं, जो वैल्यू बनाए रख सके. यही वजह है कि गोल्ड ETF में लगातार निवेश बढ़ रहा है.  दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों ने भी सोने की खरीदारी बढ़ा दी है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं. 

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