दिवाली की रात 1 अक्टूबर को करीब 11:30 बजे रायकोट स्थित जत्थेबंदी के दफ्तर में डीसी नूरपुरा और उसके साथियों ने अमना पंडोरी की हत्या की। जानकारी के अनुसार, इस विवाद की जड़ अमना पंडोरी और गगनदीप कौर के प्रेम विवाह से जुड़ी है।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) दोआबा के नेता अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी दानवीर सिंह चीना उर्फ डीसी नूरपुरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने पहले से गिरफ्तार बीकेयू जिला प्रधान जसप्रीत सिंह जस्सी ढट्ट का रिमांड अदालत ने दो दिन के लिए बढ़ा दिया है। डीसी नूरपुरा भी किसान जत्थेबंदी का स्थानीय प्रधान है, और दोनों मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद जिला लुधियाना ग्रामीण पुलिस को राहत मिली है।
हत्या के मामले में जस्सी ढट्ट से पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों – गग्गी, राजा, बूटा सिंह और जश्न को भी नामजद कर लिया गया है। एसएसपी नवनीत सिंह बैंस स्वयं इस जांच की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, और सीआईए स्टाफ की मदद से आरोपियों की धरपकड़ जारी है। थाना सिटी रायकोट में जस्सी ढट्ट, डीसी नूरपुरा, और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें अब अज्ञात लोगों की पहचान भी हो रही है।
दिवाली की रात हत्या का मामला
दिवाली की रात 1 अक्टूबर को करीब 11:30 बजे रायकोट स्थित जत्थेबंदी के दफ्तर में डीसी नूरपुरा और उसके साथियों ने अमना पंडोरी की हत्या की। जानकारी के अनुसार, इस विवाद की जड़ अमना पंडोरी और गगनदीप कौर के प्रेम विवाह से जुड़ी है, जिसमें गगनदीप कौर की शादी के बाद इंग्लैंड जाने के दौरान डीसी नूरपुरा ने गगनदीप को अमना के खिलाफ भड़काने की साजिश रची थी। डीसी ने गगनदीप को बताया कि अमना ने अपनी जाति और संपत्ति के बारे में झूठ बोला था, जिससे दोनों के बीच तनाव बढ़ता गया।
सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप के बाद हिंसक अंजाम
इस विवाद के कारण अमना और डीसी के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर सोशल मीडिया पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया। आखिरकार, 1 अक्टूबर की रात को दोनों पक्षों के बीच झगड़े का समय तय हुआ, और इस हिंसा में डीसी नूरपुरा ने अपने वैध रिवॉल्वर से दो गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली अमना के सिर में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।