मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उपचुनावों के लिए ‘आप’ उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार शुरू करते हुए कहा कि अब उनका अगला मिशन महिलाओं को हर महीने 1100 रुपए देने का है। वह आज चब्बेवाल तथा डेरा बाबा नानक विधानसभा सीटों के चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी संभाओं को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने चुनावी सभा में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगले कुछ दिनों में महिलाओं को 1100 रुपए मासिक देने का ऐतिहासिक फैसला ले लिया जाएग। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले हमने विधानसभा में एक ऐतिहासिक कानून पास किया था जिसके तहत अब लड़कियां भी फायर ब्रिगेड में भर्ती हो सकेंगी। मान ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वे कुर्सी के लिए लड़ते हैं, हम आपके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए लड़ते हैं। हमने पंजाब के लोगों को मुफ्त बिजली दी है। हम अच्छे स्कूल और अस्पताल बना रहे हैं।
सरकार ने गोइंदवाल साहिब थर्मल प्लांट खरीदा। सड़क पर होने वाली मौतों को कम करने के लिए हमने ‘सड़क सुरक्षा बल’ बनाया है और इसे नवीनतम सुविधाओं वाले वाहन प्रदान किए हैं। इससे पिछले 6 महीने में सड़क हादसों में होने वाली मौतों में 45 फीसदी की कमी आई है। हमने पिछले अढ़ाई साल में 45,000 से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं। रजिस्ट्रियों में एन.ओ.सी. समाप्ति पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए हमारी सरकार ने विधानसभा में कानून पारित किया और रजिस्ट्रियों से एन. ओ.सी. जारी करने का प्रावधान समाप्त कर दिया है जबकि कांग्रेस-अकाली सरकार ने बिल्डरों की मिलीभगत से अवैध कॉलोनियां बनाईं। मान ने कहा कि ‘आप’ सरकार दिल्ली और पंजाब में इतना कुछ इसलिए कर पाई क्योंकि हमारी और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल की मंशा साफ है। इसलिए दिल्ली की तरह यहां भी हमने आम आदमी क्लीनिक और स्कूल ऑफ एमिनेंस खोले।
उन्होंने कहा कि हम पैसा कमाने के लिए राजनीति में नहीं हैं। हमने ढाबों, रेत और बसों में कोई हिस्सा नहीं चाहिए। हमने साढ़े 3 करोड़ पंजाबियों के सुख-दुख में भागीदार बनना है। अकाली दल बादल पर हमला बोलते हुए मान ने कहा कि 25 साल तक राज करने की बात कहने वालों को आज चार उम्मीदवार भी नहीं मिले। राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने गुरबाणी और बाबा नानक को भी नहीं बख्शा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल के लोग सुखबीर बादल को जनरल बता रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि सुखबीर बादल ने कौन सी लड़ाई लड़ी हैं। सुखबीर ने तो पंजाब का हाल ही चौपट कर दिया है। उन्होंने पंजाब और अकाली दल दोनों को नुकसान पहुंचाया। अगर अकाली दल सुखबीर बादल के बिना चुनाव लड़ता तो उसे ज्यादा वोट मिलते। मुख्यमंत्री ने दोनों चुनावी रैलियों में पार्टियों के उम्मीदवारों ईशांक चब्बेवाल और गुरमीत सिंह रंधावा को जिताने का ऐलान करते हुए कहा कि इससे विकास कार्यों में तेजी आएगी।