नई दिल्ली में स्मार्ट पार्किंग के लिए NDMC जल्द शुरू करेगी प्रक्रिया

एनडीएमसी ने मौजूदा पार्किंग स्थलों को स्मार्ट पार्किंग में बदलने के लिए इस वित्तीय वर्ष से कार्य शुरू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था न केवल अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होगी, बल्कि लोगों के लिए यह एक सुविधाजनक, कुशल और डिजिटल समाधान के रूप में कार्य करेगी।

राजधानी के दिल माने जाने वाले एनडीएमसी (नई दिल्ली नगरपालिका परिषद) क्षेत्र में जल्द ही पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह बदलने जा रही है। एनडीएमसी ने मौजूदा पार्किंग स्थलों को स्मार्ट पार्किंग में बदलने के लिए इस वित्तीय वर्ष से कार्य शुरू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था न केवल अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होगी, बल्कि लोगों के लिए यह एक सुविधाजनक, कुशल और डिजिटल समाधान के रूप में कार्य करेगी।

एनडीएमसी की योजना के अनुसार मौजूदा पार्किंग स्थलों को अगले 10 वर्षों के लिए अपग्रेड किया जाएगा। इसमें इंटेलिजेंट पार्किंग घटकों की स्थापना, स्मार्ट नेविगेशन सिस्टम, डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म और एक एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना शामिल है। यह पहल राजधानी के भीतर ट्रैफिक प्रबंधन, अनाधिकृत पार्किंग की समस्या और समय की बचत जैसे कई मोर्चों पर सकारात्मक असर डालेगी।

एनडीएमसी के अनुसार, उसका लक्ष्य है कि स्मार्ट पार्किंग व्यवस्था के जरिए लोगों को ऐसी सुविधा दी जाए जिसमें न पार्किंग की चिंता हो न समय की बर्बादी। इसके लिए वह ऐसे डिजिटल समाधानों पर काम कर रही है, जिससे पार्किंग स्लॉट की रियल टाइम जानकारी मोबाइल एप या वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध हो सके।

नवीनतम तकनीकों का होगा इस्तेमाल
इस परियोजना के तहत एनडीएमसी स्वचालित बैरियर सिस्टम, ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग, जीपीएस आधारित नेविगेशन और डिजिटल पेमेंट इंटरफेस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाएगी। इसके अलावा ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) और सीसीटीवी निगरानी जैसे उपायों को भी शामिल किया जाएगा। इससे सुरक्षा व्यवस्था को भी मज़बूत किया जा सकेगा। एनडीएमसी की योजना के तहत पार्किंग डाटा को सेंट्रलाइज्ड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा, जहां से पूरे नेटवर्क पर नजर रखी जा सकेगी और किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान तुरंत किया जा सकेगा।

राजस्व बढ़ाने और ट्रैफिक दबाव कम करने की रणनीति
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल का कहना है कि यह स्मार्ट पार्किंग परियोजना न केवल लोगों को बेहतर सेवा देगी, बल्कि राजस्व वृद्धि का भी एक बड़ा जरिया बनेगी। साथ ही, अनाधिकृत पार्किंग पर नियंत्रण और ट्रैफिक दबाव कम करने में भी सहायता मिलेगी। वहीं स्मार्ट पार्किंग से पार्किंग शुल्क की वसूली पारदर्शी होगी, जिससे राजस्व में बढ़ोतरी होगी। साथ ही, शहर की सड़कों पर बेतरतीब पार्किंग और यातायात जाम जैसी समस्याओं से भी निजात मिलेगी।

छह महीने के बाद फिर शुरू हुई कृष्णा नगर की बहुमंजिला पार्किंग
छह महीने बाद कृष्णा नगर स्थित दिल्ली नगर निगम की बहुमंजिला पार्किंग फिर से शुरू हो गई है। दमकल विभाग से अग्निशमन अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) मिलने के बाद इस पार्किंग को खोला गया है। इससे स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को लाभ होगा। यह पार्किंग यमुनापार क्षेत्र में निगम की एकमात्र बहुमंजिला पार्किंग है, जिसमें 250 वाहनों को खड़ा करने की क्षमता है।

इस बहुमंजिला पार्किंग को बनाने का उद्देश्य क्षेत्र में बढ़ती वाहन पार्किंग की समस्या को हल करना और यातायात जाम को कम करना था। यह पार्किंग बाजार में खरीदारी करने वालों और आसपास के निवासियों के लिए महत्वपूर्ण है। पार्किंग को पिछले साल 31 अक्तूबर को बंद करना पड़ा था, क्योंकि पार्किंग संचालक की ठेका अवधि समाप्त हो गई थी। इसके अलावा निगम ने समय पर फायर एनओसी के नवीनीकरण के लिए आवेदन नहीं किया था।

पार्किंग में अग्निशमन उपकरणों जैसे फायर अलार्म, ऑटोमेटिक स्प्रिंकलर सिस्टम, इंटरनल हाइड्रेंट और यार्ड हाइड्रेंट में कुछ कमियां थीं। इस कारण एनओसी मिलने में देरी हुई। इन कमियों को अब दूर कर लिया गया है। पार्किंग के शुरू होने से कृष्णा नगर में यातायात जाम की समस्या में कमी आएगी। पहले पार्किंग बंद होने के कारण लोग सड़कों पर वाहन खड़ा कर रहे थे, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती थी।

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