
शनिवार को स्थानीय सुभाष मोहल्ला वार्ड पार्षद मनीषा पुनिया के पति आशीष पुनिया ने निगम कर्मचारियों के साथ पहुंचकर इन लाइटों को जबरन हटवा दिया। उनका आरोप था कि लाइटें चोरी की बिजली से जलाई जा रही थीं।
नॉर्थ घोंडा की गली नंबर-1 में रमजान में लगाई गई झालर वाली लाइटों को लेकर विवाद हो गया है। गली में रहने वाले करीब चार मुस्लिम परिवारों ने सजावट के लिए पूरी गली में लाइटें लगा दी थीं।
शनिवार को स्थानीय सुभाष मोहल्ला वार्ड पार्षद मनीषा पुनिया के पति आशीष पुनिया ने निगम कर्मचारियों के साथ पहुंचकर इन लाइटों को जबरन हटवा दिया। उनका आरोप था कि लाइटें चोरी की बिजली से जलाई जा रही थीं। इसके अलावा लाइटों को लेकर कुछ लोगों को आपत्ति थी।
स्थानीय लोगों ने घटना का वीडियो बनाकर शेयर कर दिया। इसके अलावा लाइटों का कनेक्शन घर में लगे बिजली के मीटर से दिखाते हुए एक अन्य वीडियो भी शेयर किया। इसके बाद सभी मुस्लिम परिवारों ने घरों के बाहर मकान बिकाऊ होने के पोस्टर भी लगा दिए।
स्थानीय निवासी गुलफाम ने बताया कि वह 50 साल से अधिक समय से रह रहे हैं। हर साल रमजान पर गली में लाइटें लगाई जाती हैं। कभी किसी को आपत्ति नहीं हुई बल्कि दोनों ही समुदाय के लोग एक-दूसरे के त्योहार मिल-जुलकर मनाते हैं।
आरोप लगाया कि पार्षद पति गली में पहुंचे और बदसलूकी करने लगे। उनके साथ नगर निगम के कुछ लोग भी मौजूद थे। उन्होंने जबरन सारी लाइटें तुड़वा दीं। उन्होंने लोगों से अपने घरों के बाहर लाइट लगवाने के लिए कहा। हालांकि लाइटों को लेकर किसने शिकायत की, वह इसके बारे में कुछ नहीं बोले। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि चोरी की बिजली से लाइट जलाई जा रही थी तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
हिंदुओं को घरों के बाहर लाइट लगाने पर दिक्कत : आशीष पुनिया
आशीष पुनिया ने वीडिया जारी कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि पार्षद कार्यालय में स्थानीय हिंदुओं ने शिकायत दी थी। उनका कहना था कि लाइटों की वजह से उनको दिक्कत हो रही है। सभी लाइटें बिजली के खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटों के तारों से जोड़ी गई थीं। उस गली में हिंदू परिवार अधिक हैं। मुस्लिमों के दो से तीन ही घर हैं। वह अपने घरों पर लाइट लगाएं, पूरी गली में लाइट लगाने का कोई मतलब नहीं है।