
दिल्ली पुलिस ने मरम्मत की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नाथू फ्लाईओवर से लगते दुर्गापुरी चौक और जीटीबी क्रॉसिंग के बीच दोनों कैरिजवे अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया. दिल्ली यातायात पुलिस ने शुक्रवार (25 अप्रैल) को ट्रैफिक एडवाइजरी जारी कर शाहदरा इलाके के नाथू फ्लाईओवर को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया है कि नाथू कॉलोनी फ्लाईओवर का तत्काल लोड परीक्षण और मरम्मत कार्य के कारण 25 मई तक सामान्य यातायात के लिए बंद रहेगा.
दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) फ्लाईओवर का लोड परीक्षण कर रहा है, जो कथित तौर पर खराब हो गया है और इसे तुरंत बदलने की जरूरत है.
दुर्गापुरी चौक और जीटीबी क्रॉसिंग बंद
दिल्ली पुलिस ने मरम्मत की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नाथू फ्लाईओवर से लगते दुर्गापुरी चौक और जीटीबी क्रॉसिंग के बीच दोनों कैरिजवे अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं. ट्रैफिक एडवाइजरी में कहा गया है कि दोपहिया, चार पहिया और एलजीवी (हल्के माल वाहन) सहित सभी प्रकार के वाहनों को आगे की यात्रा के लिए नाथू कॉलोनी फ्लाईओवर की स्लिप रोड पर डायवर्ट किया जाएगा. साथ ही कहा गया है कि परीक्षण अवधि के दौरान लंबी कतारें और यात्रा में देरी होने की आशंका है.
अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस मौके पर तैनात
दिल्ली पुलिस ने वाहन चालकों को सुगम यात्रा के लिए दुर्गापुरी चौक, लोनी गोल चक्कर, डीसी चंब्रे और गगन टी-पॉइंट के माध्यम से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है. पुलिस ने बताया कि ट्रैफिक की बिना वाधा के आवाजाही बनाए रखने के लिए प्रमुख स्थानों पर ट्रैफिक इंडिकेटर लगाए गए हैं. इस काम के लिए अतिरिक्त यातायात कर्मियों को भी तैनात किया गया है.
नाथू फ्लाईओवर बनाने में लापरवाही आई सामने
साल 2011 में नाथू कॉलोनी फ्लाईओवर का निर्माण व्यस्त नाथू कॉलोनी चौराहे को जाम से बचाने और रेलवे ट्रैक पर बिना रुके आवागमन को बनाए रखने मकसद से तैयार किया गया था. साल 2018 तक फ्लाईओवर को खतरनाक मानते हुए ऊंचाई अवरोधक लगाकर इस पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई थी. पिछले साल दिसंबर में पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को निविदा तैयार करने, कार्य अनुबंध देने और फ्लाईओवर पर काम के निष्पादन की निगरानी करने वाले सभी अधिकारियों के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया था. रोहतास नगर और सीमापुरी के बीच फैले इस फ्लाईओवर का निर्माण डीटीटीडीसी द्वारा रोड नंबर 68 पर किया गया था और बाद में रखरखाव के लिए इसे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सौंप दिया गया था.