
दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने मंत्रियों संग बीजेपी दफ्तर में बैठक की. सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम तय हुआ, पंजाब बाढ़ राहत भेजने पर चर्चा, केजरीवाल-मान पर निशाना साधा. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शुक्रवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ दिल्ली बीजेपी कार्यालय पहुंचीं. वह लगभग 30 मिनट तक चली बैठक में शामिल हुईं, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक का पहला बड़ा मुद्दा आगामी सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम था. यह कार्यक्रम 6 सितंबर से बीजेपी कार्यालय विस्तार में सुबह 11 बजे शुरू किया जाएगा.
इसमें दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सभी सांसद, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली सरकार के मंत्री, विधायक और नगर निगम पार्षद शामिल होंगे. बीजेपी इस अभियान को जनसेवा और सामाजिक जुड़ाव का माध्यम बनाने जा रही है.
पंजाब में बाढ़ राहत पर चर्चा
बैठक का दूसरा अहम एजेंडा पंजाब में आई बाढ़ था. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्रियों ने फैसला लिया कि दिल्ली से बड़ी मात्रा में राहत सामग्री पंजाब भेजी जाएगी. इसमें आटा, दाल, चावल और जरूरी दवाइयां शामिल होंगी. पंजाब में इस समय दवाओं और रोजमर्रा के सामान की भारी किल्लत बताई जा रही है.
दिल्ली बीजेपी की सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा कि दिल्ली और पंजाब, दोनों जगह बाढ़ की चुनौती है. दिल्ली सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है, वहीं पंजाब के लिए भी राहत सामग्री भेजने की तैयारी की गई है. मुख्यमंत्री और पूरे मंत्रिमंडल के साथ बैठक में संगठन के कुछ पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
दिल्ली के बजट से मदद नहीं
इस दौरान यह सवाल भी उठाया गया कि क्या पंजाब को भेजी जाने वाली मदद दिल्ली सरकार के बजट से दी जाएगी. इस पर सांसद कमलजीत सहरावत ने स्पष्ट किया कि पंजाब को दी जाने वाली मदद दिल्ली सरकार के बजट से नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री और दिल्ली बीजेपी अपने सहयोग और प्रयासों से यह सामग्री भेजेंगे. सरकार का बजट इसमें इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. यह पूरी तरह मानवता के आधार पर किया जा रहा है.
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी जारी
बैठक में बीजेपी नेताओं ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर भी निशाना साधा. बीजेपी नेताओं का कहना था कि जिस समय पंजाब में बाढ़ आई, उस समय मुख्यमंत्री मान बाहर थे. वहीं, अरविंद केजरीवाल सिर्फ बयानबाज़ी कर रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे.
कुल मिलाकर बैठक का मुख्य संदेश यही रहा कि दिल्ली बीजेपी न केवल अपनी राजधानी के लिए, बल्कि पड़ोसी राज्यों की आपदा स्थिति पर भी काम कर रही है.