
झारखंड के रामगढ़ जिले में अवैध खनन के दौरान कोयला खदान का एक हिस्सा ढहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। हादसे के बाद मलबे में कई अन्य के फंसे होने की आशंका है। घटना जिले के कर्मा इलाके में तड़के हुई। राहत और बचाव अभियान के लिए एक प्रशासनिक टीम को भेजा गया है।
कुजू पुलिस चौकी के प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने पीटीआई को बताया कि अभी तक एक शव बरामद किया गया है और बचाव अभियान जारी है, क्योंकि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि कुछ ग्रामीण मौके पर कोयले के अवैध खनन में शामिल थे। रामगढ़ के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) फैज अक अहमद मुमताज ने बताया कि हमें सुबह घटना की जानकारी मिली। मामले की जांच के लिए एक प्रशासनिक टीम को मौके पर भेजा गया है।
सीसीएल में अवैध खनन का मामला
खदान ढहने पर एसडीएम रामगढ़ अनुराग तिवारी ने कहा कि घटना सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की सीमा में हुई है। हम खदान ढहने वाली जगह पर पहुंच गए हैं। सभी कोणों से जांच की जा रही है, जिसके बाद कारण, हताहतों और चोटों का पता लगाया जा सकेगा… यह सीसीएल में अवैध खनन का मामला है।
‘सरकार की देख-रेख में ही ये सारे काम होते हैं’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, ‘झारखंड में लोगों को जोखिम में डालकर, खदानों में काम करवाया जा रहा है। खदान धंसने से लोगों को मौत भी हो जाती है। सीधे तौर पर यह सब प्रशासन की देख-रेख में ही होता है। कोलियरी के क्षेत्रों में अवैध तौर पर खनन करवाया जाता है, जिसमें सुनियोजित तरीके से माफिया जुड़े हुए हैं। सरकार यदि एक बार मजबूती से तय कर ले कि अवैध खनन नहीं करवाना है तो कम से कम इस प्रकार की खदानें जहां धंसने की आशंका होती है बंद करवाई जा सकती हैं… यह सब कुछ सरकार के संज्ञान में है बल्कि हमारा कहना है कि सरकार की देख-रेख में ही ये सारे काम होते हैं।’