जालौर : बिजली लाइन प्रोजेक्ट में ठेकेदार ने की हेराफेरी, साइट पर नहीं पहुंची 67 लाख की सप्लाई

बिजली लाइन बिछाने वाली कंपनी के साथ 67 लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में भीनमाल पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ठेकेदार समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने कंपनी द्वारा भेजे गए ट्रकों में भरी गई बिजली सामग्री साइट पर न पहुंचाकर उसे अन्यत्र स्थान पर बेच दिया था।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भंवरिया इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को केंद्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत जालौर और सांचौर जिलों में बिजली पोल, लाइन, डीटीआर और अंडरग्राउंड केबल लगाने का कार्य सौंपा गया था। कंपनी ने यह कार्य अलग-अलग ठेकेदारों को दिया, जिसमें भीलवाड़ा जिले के मुकेश सिंह रावत को भी एक साइट का ठेका मिला।

27 जुलाई को मुकेश सिंह ने ट्रक के जरिए भीनमाल स्थित गोदाम से बिजली सामग्री लोड की लेकिन वह सामग्री साइट पर नहीं पहुंची। जांच में सामने आया कि उसने यह सामान अपने साथी जाहिद खान के माध्यम से अन्यत्र स्थान पर बेच दिया। इससे पहले भी वह कंपनी की सामग्री के साथ एक बार फरार हो चुका था। घटना के बाद से उसका फोन भी बंद मिला।

प्रोजेक्ट मैनेजर लहरीलाल बैरवा ने 29 जुलाई को इस संबंध में भीनमाल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि कुल 66 लाख 91 हजार 410 रुपये की सामग्री हड़पी गई है। इस पर पुलिस ने मुकेश सिंह रावत और जाहिद खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 316 (2) और 318(4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस अधीक्षक जालौर ज्ञानचंद यादव के निर्देशन और वृत्ताधिकारी अन्नराज राजपुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी रामेश्वर भाटी के नेतृत्व में गठित टीम ने गोपनीय सूचना व तकनीकी विश्लेषण के आधार पर दोनों आरोपियों को उदयपुर से दस्तयाब कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। न्यायालय में पेश करने के बाद पुलिस ने आरोपियों का रिमांड प्राप्त किया है। अब उनसे घटना में प्रयुक्त ट्रक, चोरी गई सामग्री की बरामदगी और अन्य सहयोगियों की भूमिका को लेकर पूछताछ की जा रही है।

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