जम्मू: अखनूर में भारी बारिश का कहर, सुंगल–सुमाह नाले में उफान से संपर्क मार्ग टूटे

मंगलवार देर रात अखनूर के सुंगल–सुमाह नाले में अचानक आया उफान तबाही का मंजर छोड़ गया। सुमाह, सुंगल, पंगयाडी, रामनगर कॉलोनी और बोमाल क्षेत्रों में लोगों के घरों में कई फीट तक पानी भर गया। सरकारी डिग्री कॉलेज अखनूर के पास मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त हो गई, वहीं दुकानों में भी पानी घुसने से भारी नुकसान हुआ।

बेहद तेजी से बढ़ा नाले का जलस्तर
स्थानीय निवासियों पंडित प्रभ दयाल शर्मा, बिहारी लाल, रशपाल दास, शमशेर दास, गिरदारी लाल और पवन ने बताया कि रात करीब 2 बजे अचानक नाले का जलस्तर बेहद तेजी से बढ़ा और पानी घरों के भीतर घुस आया। इस दौरान लोग छतों और सीढ़ियों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। उनका कहना है कि हालात ऐसे प्रतीत हुए मानो ऊपर पहाड़ों में बादल फटा हो।

सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम और अखनूर पुलिस मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। तेज बहाव में गोपाला–पंगयाडी मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया और कई पुलिया बह गईं। घरों में रखा सामान भी पूरी तरह भीग गया।

सुंगल लोअर सीके सरपंच अश्वनी शर्मा ने बताया कि तेज जल बहाव से सुमाह देवस्थान को नुकसान पहुंचा है और पीएचई का ट्यूबवेल भी क्षतिग्रस्त हुआ। सुरेश कुमार ने कहा कि रात को तेज गर्जना जैसी आवाज के बाद कुछ ही देर में पूरा नाला भर आया और भारी मात्रा में पत्थर भी साथ आए। इससे सुमाह मुख्य मार्ग, बरदाल मार्ग, गोपाला और पंगयाडी सहित कई सड़कें जलमग्न हो गईं। सुमाह क्षेत्र में कई जगह भूस्खलन (पस्सियां) हुआ और जेजेएम के तहत बने ट्यूबवेल की दीवार भी टूट गई।

सुबह 10 बजे विधायक अखनूर मोहन लाल एसडीएम मुख्तार अहमद, एसडीपीओ वरिंदर गुप्ता, तहसीलदार नरेश कुमार और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जानकारी और स्थानीय लोगों के बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि चौकी चौरा क्षेत्र में बादल फटने की आशंका है, जिससे देर रात 6 से 7 गांवों में भारी नुकसान हुआ। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को तुरंत क्षतिग्रस्त मार्गों की मरम्मत और गोपाला–पंगयाडी संपर्क बहाल करने के निर्देश दिए। साथ ही, सुमाह नाले को सुंगल से विभाजित कर पानी का बहाव संतुलित करने के आदेश दिए, ताकि भविष्य में एक ही नाले पर दबाव न पड़े।

Related Articles

Back to top button