
सरकार ने तय किया है कि हर जिले में इस एक्शन प्लान को सख्ती से लागू किया जाएगा. अधिकारी खुद निगरानी करेंगे कि पेयजल सप्लाई, आश्रय स्थल और जागरूकता कैंप ठीक से चल रहे हैं या नहीं. उत्तर प्रदेश में इस बार गर्मी कुछ ज्यादा ही तीखी रहने वाली है. मौसम विभाग का कहना है कि अप्रैल से मई के बीच तापमान सामान्य से काफी ऊपर जा सकता है. पिछले साल पड़ी रिकॉर्ड तोड़ गर्मी को देखते हुए सरकार इस बार पहले से सतर्क हो गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को हीट वेव से निपटने के लिए पहले ही अलर्ट कर दिया है. खासतौर पर मजदूरों की सेहत को ध्यान में रखते हुए रूटीन हेल्थ चेकअप की तैयारी की गई है. ये चेकअप इंडस्ट्रियल एरिया और कंस्ट्रक्शन साइट्स पर होंगे ताकि थकावट, लू और डिहाइड्रेशन जैसे खतरे समय रहते पकड़े जा सकें.
क्या है एक्शन प्लान
गर्मी में लोगों को राहत देने के लिए कई इंतजाम किए जा रहे हैं. सड़कों पर पानी का छिड़काव, पार्कों और काम की जगहों पर छांव की व्यवस्था, पशुओं के लिए ठहरने की जगह और जरूरी दवाएं भी मुहैया कराई जाएंगी. सरकार ने तय किया है कि हर जिले में इस एक्शन प्लान को सख्ती से लागू किया जाएगा. अधिकारी खुद निगरानी करेंगे कि पेयजल सप्लाई, आश्रय स्थल और जागरूकता कैंप ठीक से चल रहे हैं या नहीं.
स्वास्थ्य विभाग की मदद से जागरूकता शिविर भी लगाए जाएंगे, जहां लोगों को लू के लक्षण पहचानने और प्राथमिक इलाज की जानकारी दी जाएगी. साथ ही, निगरानी टीम रोज़ हालात का जायजा लेंगी ताकि समय रहते किसी भी समस्या से निपटा जा सके. गौरतलब है कि अप्रैल के पहले सप्ताह में ही यहां तापमान करीब 40 डिग्री पहुंच गया है.