ओडिशा से कोलकाता पहुंची बाघिन की खोजबीन जारी है। अधिकारी के अनुसार बाघिन को दिन में बंदवान ब्लॉक के राइका हिल के जंगलों में देखा गया। जहां पास में बकरी का आधा खाया हुआ शव मिलने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई, क्योंकि बाघिन लगातार वन कर्मियों को चकमा दे रही थी।
ओडिशा से भटक कर पश्चिम बंगाल पहुंची बाघिन को पकड़ने का प्रयास जारी है। मामले में अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के सिमिलिपाल रिजर्व फॉरेस्ट से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में भटककर आई बाघिन जीनत को पकड़ने के लिए मंगलवार को भी प्रयास जारी थे।
अधिकारी के अनुसार बाघिन को दिन में बंदवान ब्लॉक के राइका हिल के जंगलों में देखा गया। जहां पास में बकरी का आधा खाया हुआ शव मिलने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई, क्योंकि बाघिन लगातार वन कर्मियों को चकमा दे रही थी।
अधिकारियों ने दी लोगों को सतर्क रहने की सलाह
वहीं अधिकारी ने इस मामले में कहा कि हमने ग्रामीणों से कहा है कि वे अपने मवेशियों को जंगल में न जाने दें। घबराने की कोई बात नहीं है। बकरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि सुंदरबन टाइगर रिजर्व की टीम सहित वन विभाग की दो टीमें बाघिन की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं और ओडिशा वन विभाग की टीमें भी इसकी निगरानी कर रही हैं।
जानकारी के अनुसार जीनत पांच दिन पहले झारखंड से पश्चिम बंगाल आई थी और झारग्राम तथा पश्चिम मेदिनीपुर जिलों में घूमने के बाद वह पुरुलिया पहुंची। वह अब तक सिमिलिपाल लौटने के कोई संकेत नहीं दिखा रही है। बाघिन ने नए इलाके की तलाश में पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के जंगलों में 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है। अधिकारी ने कहा कि हम उसे सिमिलिपाल वापस लाने या पकड़कर वहीं छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।