उत्तराखंड में भयंकर बारिश से तीन की मौत, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

 उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से हो रही भयंकर बारिश ने तबाही मचा रखी है. भरी बारिश के कारण तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों में वर्षाजनित घटनाओं में तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी जबकि विभिन्न स्थानों पर लगातार बारिश के चलते सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो क्रांफ्रेस के जरिए सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और राज्य में निरंतर हो रही बारिश के दृष्टिगत उन्हें अपनी पूरी टीम के साथ सतर्कता बरतने को कहा.

भूस्खलन से दो की मौत 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पौड़ी जिले के कोटद्वार में सोमवार को भूस्खलन की चपेट में आए एक वाहन में सवार दो व्यक्तियों की मौत हो गयी तथा चार अन्य घायल हो गए.

कोटद्वार की पुलिस उपाधीक्षक नीहारिका सेमवाल ने बताया कि हादसा सिद्धबली मंदिर के पास हुआ जहां लगातार बारिश के बीच पहाड़ी से एक चटटान टूटकर वाहन पर गिर गया. उन्होंने बताया कि हादसे का शिकार हुए लोग रिखणीखाल के रहने वाले हैं.

उद्यमसिंह नगर में गहरे पानी में डूबा बच्चा

उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर क्षेत्र में एक बालक की गहरे पानी में डूबने से मौत हो गयी. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी ने बताया कि रविवार को खमरिया गांव में जलभराव हो गया था तथा 11 वर्षीय यश सिंह पैर फिसलने से उसमें जा गिरा जिससे उसकी डूबकर मृत्यु हो गयी.

उन्होंने बताया कि बालक का शव बरामद कर लिया गया है और उसके परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पिछले 24 घंटे में राजधानी देहरादून समेत प्रदेश में अनेक स्थानों पर भारी बारिश हुई.

देहरादून में 174.5 मिलीमीटर (मिमी), कोटद्वार में 170 मिमी, हल्द्वानी में 162 मिमी, तेजम में 160 मिमी, बंगापानी में 136 मिमी, नरेन्द्रनगर में 115 मिमी, कालसी में 113 मिमी तथा ऋषिकेश में 81.8 मिमी बारिश दर्ज की गयी.

मलबा गिरने से दो दुकानों ध्वस्त

केंद्र के अनुसार, रुद्रप्रयाग में सीतापुर नई पार्किंग में रविवार मध्यरात्रि के बाद पहाड़ से बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा गिरने से दो दुकानें दब गयीं. हांलांकि, हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई. बारिश से हुए भूस्खलन के कारण राज्य में पांच राष्ट्रीय राजमार्ग और आठ राज्य राजमार्गों समेत 111 छोटी-बड़ी सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हो गयी हैं.

ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तरकाशी जिले में ब्रहमखाल और स्याणाचटटी में मलबा आने से बाधित है जबकि ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तरकाशी जिले में गंगानानी नागराजा मंदिर के पास तथा टिहरी जिले में प्लासड़ा के समीप भारी मलबा आने से बाधित है.

भारी बारिश से उफान पर गंगा-यमुना

राज्य में लगातार बारिश से गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियों समेत अनेक नदी-नाले उफान पर हैं तथा पुलिस एवं प्रशासन लोगों को उनके पास न जाने की मुनादी कर रहा है.

उधर, मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश का ‘आरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी है. देहरादून, चंपावत, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए सोमवार को स्कूलों में छुटटी कर दी गयी.

सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए यह निर्देश

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के दृष्टिगत अपनी पूरी टीम के साथ सतर्कता बरतें. बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि अतिवृष्टि के कारण बाधित सड़कों को शीघ्र सुचारू किया जाए तथा बिजली, पानी आदि सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखी जाएं.

उन्होंने कहा कि जलभराव की स्थिति से निपटने की पूरी तैयारियां पहले से रखी जाएं. धामी ने अधिकारियों को वर्षा से क्षतिग्रस्त हुई फसलों का भी शीघ्र आकलन करने को कहा.

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