
यूपी सरकार में मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सीएम योगी को बधाई देते कहा कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के तहत अयोध्या और वाराणसी मं जिस तरह से काम किया गया है वो दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण है केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को लखनऊ में गेंहू की खरीद से लेकर पीएम मोदी की कुसुम योजना और सूर्य घर योजना की प्रगति को लेकर बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. इस दौरान प्रह्लाद जोशी ने मुख्यमंत्री को बधाई देते कहा कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के तहत अयोध्या और वाराणसी मं जिस तरह से काम किया गया है वो दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण है.
मंत्री ने इस दौरान गेहूं खरीद, प्रधानमंत्री-कुसुम योजना और प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और भारत सरकार की सचिव (नवीकरणीय ऊर्जा) निधि खरे मौजूद रहीं.
ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा किसान
बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में 22 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता को दोहराया. जोशी ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि देश का किसान ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने और कम लागत में खेती कर सके.” उन्होंने यह भी बताया कि पीएम-कुसुम योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को 90% तक सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे वे किफायती दरों पर सोलर सिस्टम स्थापित कर पा रहे हैं. समीक्षा बैठक के बाद जोशी ने लखनऊ की बक्शी का तालाब तहसील के दुग्गौर ग्राम में पीएम-कुसुम सी-1 योजना के अंतर्गत स्थापित सौर पंप परियोजना का निरीक्षण किया. इस परियोजना के तहत स्थानीय किसान मोहम्मद अहसान अली खान ने अपने 7.5 एचपी ऑन-ग्रिड पंप के लिए 11.2 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया है, जिसकी कुल लागत 6,23,909 है. इसमें केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से 5,61,518 की सब्सिडी दी गई, जबकि किसान को मात्र 62,391 की राशि स्वयं वहन करनी पड़ी.
यह संयंत्र अब तक 8,945 किलोवाट बिजली का उत्पादन कर चुका है, जिसमें से 7,100 किलोवाट ग्रिड में भेजी गई और शेष बिजली सिंचाई कार्यों में उपयोग की गई. इससे अहसान को ऊर्जा की स्वतंत्रता के साथ-साथ अतिरिक्त आय का स्रोत भी मिला है.
गेहूं क्रय केंद्र की व्यवस्थाओं का भी जायजा
इसके बाद केंद्रीय मंत्री मोहनलालगंज मंडी स्थित गेहूं क्रय केंद्र पहुंचे और वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने ई-पॉप मशीन के माध्यम से हो रही गेहूं की खरीद प्रक्रिया, सफाई और माप की प्रणाली का अवलोकन किया. किसानों से बातचीत में उन्होंने जाना कि अब तकनीक के उपयोग से गेहूं खरीद अधिक पारदर्शी, तेज और सुविधाजनक हो गई है. किसानों ने बताया कि तौल में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती और भुगतान प्रक्रिया भी पहले की तुलना में काफी सरल और त्वरित हो गई है.