
सीएम योगी ने राम मंदिर पर ध्वजारोहण से पहले एक्स पर पोस्ट की उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, “राष्ट्र आज राममय है, धर्ममय है।” अयोध्या के राम मंदिर में ध्वजारोहण को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह न केवल मंदिर निर्माण के पूरा होने का प्रतीक है, बल्कि ‘राम राज्य’ के शाश्वत मूल्यों और आस्था की चिरस्थायी विजय का भी प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम के कुछ पहले आदित्यनाथ ने “एक्स” पर सिलसिलेवार पोस्ट में यह बात कही।
“स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा”
सीएम योगी ने कहा, “आस्था, सभ्यता और मानवता के इतिहास में आज एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है।” उन्होंने कहा “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर-कमलों से एवं आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत की गरिमामयी उपस्थिति में भारत और असंख्य सनातन धर्मावलंबियों की श्रद्धा व विश्वास के केंद्र, श्री अयोध्या धाम स्थित ‘राष्ट्र मंदिर’ श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्स्थापना के प्रतीक भव्य भगवा ध्वज का आरोहण किया जाएगा।”
सभी संतों का स्वागत
अपनी पोस्ट में सीएम योगी ने कहा “अखंड आस्था, राष्ट्रनिष्ठा और सनातन धर्म की आधार भूमि श्री अयोध्या धाम में आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।” उन्होंने कहा “राम जन्मभूमि मंदिर में आयोजित भव्य भगवा ध्वज के आरोहण समारोह में देश-दुनिया से पधार रहे पूज्य संतों, धर्माचार्यों व सभी रामभक्तों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।” योगी आदित्यनाथ ने कहा “आपकी गरिमामयी उपस्थिति राष्ट्र और धर्म के उत्थान व सांस्कृतिक पुनर्जागरण के हमारे संकल्पों को नई ऊर्जा प्रदान करती है।”
“राष्ट्र आज राममय है”
सीएम योगी ने कहा, “यह ध्वजारोहण मानवता की आत्मा का उद्घोष, सत्य की अजेयता, आस्था की अमरता और संस्कृति के पुनर्जागरण का जयघोष है। यह केवल एक पताका नहीं, उस आत्मबल का प्रतीक है, जिसने हर युग में अधर्म के अंधकार को चीरकर धर्म के प्रकाश को अक्षुण्ण रखा।” सीएम योगी ने आगे पोस्ट में कहा, “सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का यह दिव्य संदेश पूरे भारतवर्ष में अदम्य आध्यात्मिक आत्मिक ऊर्जा का संचार कर रहा है। करोड़ों रामभक्तों की आस्था, तपस्या और प्रतीक्षा आज एक नए शिखर पर प्रतिष्ठित होने जा रही है। राष्ट्र आज राममय है, धर्ममय है…”



