UTTARAKHAND: जाते-जाते मानसून की बारिश दे रही दर्द, गौला की चपेट में आने से मकान ध्वस्त.

जाते-जाते मानसून की बारिश दे रही दर्द, गौला की चपेट में आने से मकान ध्वस्त. हल्द्वानी में दो दिनों से लगातार हो रही झमाझम बारिश के चलते गौला नदी उफान पर आ गई है। शुक्रवार को काठगोदाम ठोकर में नदी किनारे स्थित दो लोगों के मकान ध्वस्त हो गए। हालांकि जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से आसपास स्थित तीन मकानों को खाली करा दिया है। वहीं सिंचाई विभाग के ईई दिनेश सिंह रावत ने बताया कि श्रीलंका टापू, सितारगंज से लेकर यूपी तक खतरे का अलर्ट जारी कर दिया है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अनाउंसमेंट करके चेताया जा रहा है।

मानसून की बारिश दे रही दर्द –

शुक्रवार दोपहर बाद काठगोदाम और स्टेडियम के पास स्थित गौला पुलों से वाहनों की आवाजाही बंद करा दी गई। जलस्तर कम होने के बाद शाम करीब छह बजे काठगोदाम स्थित गौला पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू कराई गई। शुक्रवार को शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति पैदा हुई जिसके चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालातों को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर बना हुआ है।

बता दें कि पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गौला नदी जलस्तर शुक्रवार को 75 हजार क्यूसेक के पार पहुंच गया और नदी ने अलग-अलग स्थानों पर भू-कटाव शुरू कर दिया। दोपहर बाद यहां रहने वाले मनोज कुमार और शमीम बानो के मकान ध्वस्त हो गए जबकि नरगिस का मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हो गया।

प्रशासन की ओर से एहतियातन इन मकानों को पहले ही खाली करा दिया था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, एसडीएम परितोष वर्मा व तहसीलदार सचिन कुमार ने क्षेत्र का निरीक्षण कर एहतियातन वहां के तीन मकानों को भी खाली करा दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि यहां रह रहे लोग अपने पुराने मकानों में शिफ्ट हो गए हैं।

पुल का किया निरीक्षण-

इधर देर शाम को डीएम वंदना सिंह ने काठगोदाम और हल्द्वानी गौला पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने एनएचएआई और रेलवे की ओर से गौला नदी के किनारे कराए गए सुरक्षा कार्यों को हुए नुकसान का जायजा लिया। डीएम ने एनएचएआई के परियोजना निदेशक को गौला में पानी कम होते ही आवश्यक स्थानों पर चैनलाइजेशन करने के निर्देश दिए।

एसडीएम परितोष वर्मा को निर्देश दिए कि वे चैनलाजेशन कार्य में वन विभाग से समन्वय कराएंगे। डीएम ने सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने और आपदा राहत कार्य में रिस्पॉन्स टाइम को कम से कम रखने के निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, तहसीलदार सचिन कुमार आदि थे। इधर बारिश के दौरान दोपहर बाद नगर निगम के सामने यात्री शेड के पास एक पेड़ की विशाल शाखा टूटकर वहां खड़ी तीन स्कूटियों पर गिर गई जिससे तीनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं बेस अस्पताल में वार्डों में भी सीलन होने से मरीजों और तीमारदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इमरजेंसी से ओपीडी की तरफ जाने वाली गैलरी की छत से लगातार पानी टपकता दिखा।

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