
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इस वजह से CAQM ने तत्काल प्रभाव से GRAP-4 की पाबंदियां हटा दी हैं। हालांकि चिंता की बात ये है कि आने वाले समय में AQI बढ़ सकता है।
दिल्ली-एनसीआर की हवा में सुधार हुआ है और प्रदूषण कम हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए CAQM ने तत्काल प्रभाव से GRAP-4 की पाबंदियां हटा दी हैं। हालांकि चिंता की बात ये है कि आने वाले समय में AQI फिर से बढ़ सकता है।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए CAQM ने तत्काल प्रभाव से GRAP-4 की पाबंदियां हटा दी हैं। 24 दिसंबर को AQI 271 दर्ज किया गया है। हालांकि, खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है, इसलिए GRAP के स्टेज-1, 2 और 3 के नियम सख्ती से लागू रहेंगे।
ग्रेप-4 हटने के बाद भी ‘नो पीयूसीसी, नो फ्यूल’ का आदेश जारी रहेगा।
आने वाले दिनों में खराब हो सकता है AQI
नई चिंता ये है कि “IMD/IITM द्वारा दिए गए एयर क्वालिटी के पूर्वानुमान से पता चलता है कि आने वाले दिनों में हवा की गति धीमी होने के कारण दिल्ली के AQI में बढ़ोतरी हो सकती है।” बता दें कि CAQM ने 13 दिसंबर को AQI के 450 से ज़्यादा होने के बाद GRAP-4 लागू किया था, जिसका मतलब था कि हवा की क्वालिटी “बहुत खराब” थी। हालांकि, GRAP 1 से 3 के तहत बाकी सभी पाबंदियां लागू रहेंगी, यह कहा गया है।
जैसे-जैसे हवा की क्वालिटी बेहतर हुई है, अब GRAP-4 की वजह से सड़कों से हटाई गई पुरानी गाड़ियां अब दिल्ली की सड़कों पर वापस आ सकती हैं। इसके अलावा, दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए भी क्लास 11 (क्लास 10 को छोड़कर) तक हाइब्रिड मोड में क्लास चलाना ज़रूरी कर दिया था – यानी फिजिकल और ऑनलाइन दोनों तरह से।
दिल्ली में कैसी थी हवा
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, बुधवार को दिल्ली की हवा की क्वालिटी में कुछ सुधार हुआ और AQI पिछले दिन के ‘गंभीर’ से ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में आ गया। CPCB के डेटा के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सुबह 336 था, जबकि मंगलवार को यह 415 था। दिल्ली के 40 एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 36 में AQI ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में रिकॉर्ड किया गया। CPCB के समीर ऐप के अनुसार, नेहरू नगर में सबसे ज़्यादा रीडिंग 392 रिकॉर्ड की गई।



