MP में भारी बारिश का कहर, CM मोहन योदव ने की समीक्षा बैठक, बोले- अब तक 2900 लोगों को बचाया गया

मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है और प्रशासन द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से 2,900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। भोपाल: मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के बाद बनी बाढ़ जैसी स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को होम गार्ड मुख्यालय में एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) भी मौजूद थे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों से 2,900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, और सभी जिलों को हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बचाव और राहत कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के निवासियों से घबराने के बजाय प्रशासन को जानकारी देने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

सीएम ने प्रशासन से उचित व्यवस्था करने को कहा

राज्य में बाढ़ की स्थिति पर बात करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “मैंने मुख्य सचिव और डीजीपी के साथराज्य कमांड सेंटर से स्थिति की निगरानी की। मैंने बचाव कर्मियों और बचाए गए लोगों से भी बात की है। ये प्रयास हमारे प्रशासन के साहस की परीक्षा लेते हैं, क्योंकि बचाव दल गंभीर बाढ़ के दौरान जान बचाने के लिए अपनी सुरक्षा को जोखिम में डालते हैं। हमने जिला प्रशासनों को बचाए गए लोगों के लिए कपड़े, भोजन, चिकित्सा उपचार और आश्रय की उचित व्यवस्था करने के लिए भी कहा है।”

उन्होंने बताया कि मुरैना, दमोह, रायसेन, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सागर, विदिशा और अन्य जिलों में भारी बारिश के कारण लगभग 2900 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “बचाए गए लोगों के लिए हम राहत प्रयासों में सहायता करेंगे, भोजन, पानी और कपड़े उपलब्ध कराएंगे। इस तरह का मौसम अगले 2-4 दिनों तक रहने की उम्मीद है, इसलिए हम राज्य में सभी को अलर्ट कर रहे हैं।”

रक्षा मंत्रालय से हेलिकॉप्टर सेवा सुविधा का अनुरोध

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने दो जिलों के लिए भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से हेलिकॉप्टर सेवा सुविधाओं का अनुरोध किया है, जो जल्द ही उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा, “हमने रक्षा मंत्रालय के माध्यम से दो जिलों के लिए हेलिकॉप्टर सेवा सुविधाओं का अनुरोध किया है, जो जल्द ही उपलब्ध होंगी। लखनऊ से बचाव दल भी अशोकनगर में लगातार काम कर रहे हैं।”

शिवपुरी में कई लोग फंसे, सेना बुलाई गई

इस बीच, बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति के कारण स्कूली बच्चों सहित कई लोग फंसे हुए थे, जिसके बाद अधिकारियों ने बचाव और राहत कार्य के लिए सेना को बुलाया। गुना जिले में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जहां एक पुलिया पर बना पुल ढह गया। 

गुना के कई गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के कारण डिंडोरी, विदिशा, जबलपुर, नर्मदापुरम, अलीराजपुर, राजगढ़ और बैतूल जिलों में भी ऐसी ही स्थिति देखी जा रही थी, और प्रशासन द्वारा तेजी से राहत और बचाव अभियान चलाए जा रहे थे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मंगलवार देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गुना, शिवपुरी और अशोकनगर जिलों के कलेक्टरों से बात की और उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सुरक्षा, भोजन, शुद्ध पेयजल और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।


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