ताजनगरी में मसाला फैक्टरी में मजदूरी कर रहे नाबालिग चचेरे भाइयों की मौत लिफ्ट टूटने से मौत हो गई। खबर मिली तो घरवाले बिलख पड़े। उन्होंने संचालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मसाला फैक्टरी में हुई मौत-
उत्तर प्रदेश के आगरा में मसाला बनाने की फैक्टरी में काम कर रहे दो किशोरों की लिफ्ट टूटने से मौत हो गई। हादसे के बाद संचालक फैक्टरी में ताला लगाकर मौके से फरार हो गया। खबर मिली तो घरों में चीख पुकार मच गई। रोते बिलखते पहुंचे परिजन ने फैक्टरी मालिक पर हत्या करने का आरोप लगाया। सूचना पर पहुंची पुलिस घटना की जांच कर रही है।
घटना खंदौली थाना क्षेत्र के नंदलालपुर गांव की है। बताते चलें कि एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी दिलीप अग्रवाल, मोहन अग्रवाल की मसाला बनाने की दो फैक्टरियां हैं। एक एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के चीनी के रोजा पर और दूसरी नंदलालपुर में अम्बे सिनेक्स इंडस्ट्रीज के नाम से स्थित है। नंदलालपुर में कई मंजिला फैक्टरी है। इसमें सामान ले जाने और लाने के लिए लिफ्ट लगी हुई है।
मंगलवार को फैक्टरी में काम कर रहे किशोर मजदूर हिमांशू पुत्र राजकुमार (15) और उसका चचेरा भाई सचिन पुत्र बंटी (15) निवासी प्रकाश नगर सामान ढो रहे थे। इसी दौरान लिफ्ट टूट गई। तेज धमाके साथ लिफ्ट सीधे जमीन से जाकर टकराई। हादसे में दोनों किशोरों की मौत हो गई। घटना के बाद फैक्टरी में भगदड़ मच गई।
मसाला फैक्टरी संचालक पर आरोप-
फैक्टरी मालिक ताला लगाकर मौके से फरार हो गया। मौजूद अन्य मजदूरों ने म्रतकों के परिजन को सूचना दी। सूचना पर परिजन फैक्टरी पहुंचे। लेकिन, वंहा ताला लगा था। हिमांशू के पिता राजकुमार ने बताया कि बाद में पता चला कि शवों को फैक्टरी मालिक ने एसएन मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। इसके बाद वह वहां पर पहुंचे।
परिजन का आरोप है कि दोनों किशोर चीनी के रोजा स्थित फैक्टरी में काम करते थे. मालिक आज उन्हें इस फैक्टरी में लेकर क्यों आया था ? परिजन का आरोप है कि फैक्टरी मालिक ने दोनों किशोरों की हत्या की है। बाद में हत्या को हादसा बताया जा रहा है। देर रात तक पुलिस जांच पड़ताल में जुटी रही। थाना प्रभारी राकेश कुमार चौहान ने बताया कि जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नाबालिकों से कराई जा रही थी मजदूरी–
मसाला बनाने वाली फैक्टरी में नाबालिक किशोरों से काम कराया जा रहा था। बताया जा रहा है कि इस फैक्टरी में इन दोनों किशोरों के अलावा और भी नाबालिक बच्चों से मजदूरी कराई जाती है। लेकिन, अभी तक श्रम विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पिता करते हैं चिनाई का काम–
हिमांशू दो भाई थे। छोटा भाई यश (11) है, जो अभी पढ़ाई कर रहा है। वहीं पिता राजकुमार चिनाई का काम करते हैं। सचिन तीन भाई थे। सुमित (11) और शिवम (17) हैं। इनके पिता बंटी भी चिनाई का काम करते हैं। एक साथ दो किशोरों की मौत की घटना के बाद परिवारों में चीख पुकार मची हुई है।
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