JPNIC का जिक्र कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर कसा तंज, कहा- बौखला गए हैं ‘बबुआ’

पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोलने के सिलसिले को जारी रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के आकंड़े भी जनता के सामने रखे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जहां एक दिन में प्रदेश में 37 करोड़ पौधरोपण के विशिष्ट महाभियान में तीन स्थानों पर खुद शामिल होकर इसे गतिमान किया तो वहीं प्रदेश सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाने वाले विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी पर खासे आक्रामक रहे. उन्होंने पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल की कुछ योजनाओं के आंकड़ों के साथ पोल खोली. गोरखपुर के पौधरोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सपा सरकार के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के टेंडर और जेपीएनआईसी से जुड़े आकंड़ों का हवाला देते हुए सीधा हमला बोला और बिना किसी नेता का नाम लिए कहा कि लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से ‘बबुआ’ बौखला गए हैं. सीएम योगी बुधवार को पौधरोपण महाभियान 2025 के अंतर्गत चिलुआताल के किनारे पौधरोपण करने के पूर्व जनसभा को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम-2.0’ थीम पर खाद कारखाना से सटे चिलुआताल के किनारे हरिशंकरी (पीपल, बरगद, पाकड़) का पौधरोपण कर पवित्र धारा वन की स्थापना का शुभारंभ किया. इसके पूर्व खाद कारखाना परिसर में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पूर्व प्रदेश में योजनाओं में लूट और भ्रष्टाचार का तांडव मचा हुआ था. सीएम ने कहा कि सपा सरकार में 341 किलोमीटर लंबे और 110 मीटर चौड़े पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए जो टेंडर निकाला गया था उसकी लागत 15200 करोड़ रुपये थी. जबकि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने इसकी चौड़ाई बढ़ाकर 120 मीटर की और दोबारा टेंडर निकाला तो लागत आई 11800 करोड़ रुपये. उन्होंने इस अंतर धनराशि को लूट करार देते हुए कहा कि यह रकम कहां जा रही थी. उन्होंने कहा कि लूट और भ्रष्टाचार करने वाले वही लोग आज हमें उपदेश दे रहे हैं. पूर्ववर्ती सरकार की पोल खोलने के सिलसिले को जारी रखते हुए मुख्यमंत्री ने जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के आकंड़े भी जनता के सामने रखे. कहा कि जेपी, मूल्यपरक राजनीति और परिवारवाद की मुखालफत के लिए जाने जाते हैं. पर, सपा सरकार ने उनके नाम को भी बदनाम किया. जेपीएनआईसी की लागत सिर्फ 200 करोड़ रुपये थी लेकिन मार्च 2017 तक इस पर 860 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए और काम भी पूरा नहीं हुआ था. इसकी सीबीआई जांच हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि नैतिकता की बात करने वाले बबुआ लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से बौखला गए हैं.

सवाल करने वालों को अवसर मिला तो उन्होंने कुछ नहीं किया

मुख्यमंत्री ने डबल इंजन सरकार पर सवाल उठाने वालों को कठघरे में खड़ा किया. कहा कि वे एक दिन में 37 करोड़ पौधरोपण के अभियान पर भी सवाल उठाते हैं जबकि इन प्रश्न करने वालों को जब अवसर मिला तो उन्होंने कुछ नहीं किया. योजनाओं को लूटपाट और भ्रष्टाचार का केंद्र बनाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट दिया, वन डिस्ट्रिक्ट वन क्रॉप दिया जबकि सपा, कांग्रेस और बसपा की सरकारों ने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया दिया. परिवारवाद के नाम पर समाज में जहर घोलने का काम किया. रामभक्तों पर गोलियां चलवाई. उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में वन माफिया जंगलों की अवैध कटान कराते थे, खनन माफिया अवैध खनन कराते थे और भू माफिया गरीबों की जमीनों पर कब्जा करते थे. प्रदेश में अराजकता का तांडव था. उन्होंने कहा कि आज सरकार ने प्रदेशभर में जीरो टॉलरेंस नीति लागू कर माफिया को ठिकाने लगा दिया है. 2017 के पहले प्रदेश के युवाओं के सामने पहचान का संकट था. युवा बाहर अपनी पहचान नहीं बता पाता था. आज जब यूपी का युवा बाहर जाता है तो प्रदेश से जुड़ी उसकी पहचान जानते ही सामने वाले के चेहरे पर चमक आ जाती है. 

पौधरोपण अभियान वर्तमान को संजोने और भविष्य को बचाने का अभियान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पौधरोपण अभियान सिर्फ पौधरोपण करने का ही कार्य नहीं है बल्कि यह वर्तमान को संजोने और भविष्य को बचाने का अभियान है. अपनी इस बात को विस्तार से समझाते हुए उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन के भीषण संकट से जूझ रही है. इसके कारण अनेक चुनौतियां सामने आ रही हैं. मुख्यमंत्री ने अमेरिका के टेक्सास में हाल ही में हुई एक घटना का भी उल्लेख किया, जहां अचानक आई बाढ़ में सैकड़ों बच्चे लापता हो गए. सीएम ने कहा कि अतिवृष्टि, अनावृष्टि, आकाशीय बिजली और गर्मी की समस्या चरम पर है. इस मौसम में कभी मूसलाधार बारिश हुआ करती थी आज भीषण गर्मी पड़ रही है. मौसम चक्र के इस बदलाव का असर फसलों पर भी पड़ रहा है. यह सब मानव के अनियोजित कार्य से हो रहा है. इस अनियोजित कार्य की कीमत विश्व मानवता भुगत रही है.

सुनियोजित प्रयास से बढ़ा प्रदेश का वनाच्छादन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश में वनाच्छादन बढ़ा है. 2017 तक  प्रदेश में 5 सालों में सिर्फ 26 करोड़ पौधे लगे थे और उनका भी कहीं अता-पता नहीं था. जबकि बीते 8 सालों में 204 करोड़ पौधे लगाए गए. राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सर्वेक्षण में इनमें से 75 प्रतिशत पौधे जीवित भी हैं. देश के किसी एक राज्य में पौधरोपण करने में उत्तर प्रदेश की भूमिका अग्रणी है. इसी का परिणाम है कि 2017 के बाद प्रदेश में 5 लाख एकड़ क्षेत्र में पौधारोपण किया जा चुका है.

मां और धरती माता के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर

सीएम योगी ने कहा कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ थीम पर आयोजित पौधरोपण महाभियान धरती माता और जिस मां के नाम पर हम पौधे लगा रहे हैं, उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है. उन्होंने सभी लोगों का आह्वान किया कि वे एक पेड़ मां के नाम पर अवश्य लगाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के पुनरोद्धार के लिए उनके किनारे, एक्सप्रेसवे और सर्विस लेन के बीच, अमृत सरोवरों पर भी पौधरोपण किया जा रहा है. 

अन्नदाता किसानों के आय में वृद्धि करने का माध्यम भी है पौधरोपण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पौधरोपण महाभियान अन्नदाता किसानों के आय में वृद्धि करने का भी एक सशक्त माध्यम बन रहा है. इसके लिए उन्होंने कार्बन क्रेडिट योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके अंतर्गत किसानों द्वारा पौधा लगाकर किए गए देखभाल के आधार पर 5 वर्ष बाद सर्वे होता है. पेड़ की प्रगति देखकर प्रति कार्बन क्रेडिट 6 डॉलर का भुगतान अन्नदाता किसानों को किया जाता है. उन्होंने बताया कि कार्बन क्रेडिट के लिए 25 हजार किसानों को 32 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है. इस बार 42 लाख रुपये की राशि वितरित की जा रही है.
 सीएम योगी के नेतृत्व में हुआ रिकार्ड पौधरोपण : स्वतंत्र देव सिंह

पौधरोपण महाभियान के इस कार्यक्रम में जनपद के प्रभारी मंत्री/जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में 2017 के बाद प्रदेश में 5 लाख एकड़ भूमि पर रिकार्ड पौधरोपण किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पौधरोपण के कारण गर्मी में भी पानी की किल्लत नहीं होती. उन्होंने सभी से पौधरोपण करने और खेत के मेड़ पर पौधा जरूर लगाने का अनुरोध किया.

गर्मी से बचाव का प्रभावी तरीका है, पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ : डॉ. अरुण सक्सेना

इस अवसर पर वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना ने कहा कि इस बार गर्मी ज्यादा पड़ी. नौतपा के नौ दिन के अलावा महीने भर नौतपा जैसे ही हालात रहे. कई जिलों में 40 से 50 डिग्री तापमान रहा. गर्मी बढ़ने का कारण कार्बन डाइऑक्साइड है. इससे बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी के आह्वान पर हम सभी को ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से जुड़कर अधिकाधिक पौधरोपण और लगाए गए पौधों का संरक्षण करना चाहिए.

विकास के साथ प्रकृति संरक्षण पर भी पीएम-सीएम का पूरा ध्यान: रविकिशन

पौधरोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में विकास के साथ पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है. पीएम मोदी और सीएम योगी का पर्यवारण रक्षा का विजन अभिनंदनीय है.

इस अवसर पर वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्य मंत्री डॉ. केपी मलिक, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण अनिल कुमार, जिले के नोडल अधिकारी सुहास एलवाई, हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एसपी मोहंती, भाजपा के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे.

पीएम-सीएम आवास योजना के लाभार्थियों को सीएम योगी ने भेंट किया पौधा

पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीरो पॉवर्टी स्कीम के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के 10 लाभार्थियों सोनारी देवी, चंदा देवी, मानती, गुड्डी, राजप्रताप, चंद्रावती, राम चंदर, सोहरावती, जग बहादुर, गुलाबी देवी को पौधा भेंट कर इसके रोपण और संरक्षण का आह्वान किया.

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