दिल्ली में प्रदूषण पर सख्त सरकार, CM रेखा गुप्ता ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों और वाहनों पर कार्रवाई होगी. नगर निगम को सफाई के निर्देश दिए गए हैं. राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार सख्त होती नजर आ रही है. इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार (3 नवंबर) को दिल्ली सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई.

बैठक में पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, विकास मंत्री कपिल मिश्रा, समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह, मुख्य सचिव राजीव वर्मा और दिल्ली नगर निगम समेत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. 

मुख्यमंत्री ने दी चेतावनी 

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि प्रदूषण पर नियंत्रण उनकी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है. इसके लिए दिल्ली सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों और धुआं छोड़ने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई होगी. इसके लिए अलग-अलग विभागों की टीमें गठित की गई हैं, जो प्रतिदिन निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगी. मुख्यमंत्री ने साफ चेतावनी दी कि प्रदूषण रोकने में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली नगर निगम को दिए गए हैं यह निर्देश

बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण के हॉट स्पॉट इलाकों को पहचानकर वहां विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इन इलाकों में पानी का छिड़काव, धूल रोकने के यंत्र, और सफाई अभियान लगातार चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम को निर्देश दिए गए हैं कि सड़कों, बाजारों और कॉलोनियों की रोजाना सफाई हो और जहां भी कूड़ा जमा है, उसे तुरंत हटाया जाए.

सीएम ने कहा कि सर्दियों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने की संभावना को देखते हुए सरकार पहले से तैयारियां कर रही है. अगर हालात बिगड़ते हैं तो रात में कॉलोनियों और बाजारों की निगरानी करने वाले चौकीदारों को हीटर देने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि ठंड में कोई आग जलाकर धुआं न फैलाए.

‘दिल्ली को स्वच्छ और स्वस्थ रखना है प्राथमिकता’

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली सरकार सभी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है. उन्होंने बताया कि नगर निगम को वॉटर स्प्रिंकलर की ड्यूटी दोगुनी करने के निर्देश दिए गए हैं और धूल नियंत्रण पर खास ध्यान दिया जा रहा है. सिरसा ने कहा, “सरकार की कोशिश है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण पर काबू पाया जा सके. हमारी प्राथमिकता साफ है – दिल्ली को स्वच्छ और स्वस्थ रखना.

हर साल नवंबर में खराब होती है हवा

गौरतलब है कि नवंबर महीने में दिल्ली में वायु प्रदूषण हर साल बढ़ जाता है. खेतों में पराली जलने, वाहन उत्सर्जन और निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल राजधानी की हवा को जहरीला बना देती है. इस बार भी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार पहुंच चुका है, जिसे “गंभीर” श्रेणी में माना जाता है. इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने व्यक्तिगत रूप से प्रदूषण नियंत्रण अभियान की कमान संभाली है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार “दिल्ली स्वच्छ हवा मिशन” के तहत लगातार नई तकनीकों और सख्त निगरानी व्यवस्था लागू कर रही है, ताकि राजधानी के नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सके.

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