
भलस्वा सेनेटरी लैंडफिल पर बांस के पौधों की रोपाई की सफलता के बाद एमसीडी और दिल्ली सरकार ने अब ओखला लैंडफिल साइट पर भी इसी मॉडल को अपनाने का फैसला किया है। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को ओखला साइट पर पौधरोपण अभियान की शुरुआत की। यहां पर बांस के 8,000 पौधों के साथ-साथ लेमनग्रास और खस (वेटिवर) के 8,000 पौधे लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि भलस्वा लैंडफिल साइट पर हमने जब बांस के पौधे लगाए थे, तब कुछ लोगों को संशय था, लेकिन आज वह क्षेत्र हरा-भरा हो गया है। बांस ने वहां न केवल मिट्टी को बांधा, बल्कि प्रदूषण को भी नियंत्रित करने में मदद की। यही मॉडल अब ओखला में दोहराया जा रहा है। यह महज एक पौधरोपण नहीं, बल्कि भविष्य के दिल्ली की नींव है।
उपराज्यपाल ने कहा कि बायोमाइनिंग से कूड़ा हटाकर जमीन को फिर से उपजाऊ और हरित बनाना एक बड़ा अभियान है। हमारी कोशिश है कि दिसंबर 2025 से पहले ओखला लैंडफिल पूरी तरह समतल हो जाए। वह चाहते हैं कि इसे अक्तूबर तक ही पूरा कर लिया जाए। इस सरकार की नीयत और नीति दोनों में पारदर्शिता और दृढ़ इच्छाशक्ति है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में पिछले तीन वर्षों में 1.78 लाख बांस के पौधे लगाए जा चुके हैं।
दो नए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित होंगे : रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार ने काम के दम पर 100 दिन में वह कर दिखाया है, जो पिछली सरकारें कई वर्षों तक नहीं कर पाईं। ओखला लैंडफिल के 60 मीटर ऊंचे कूड़े के पहाड़ को 40 मीटर तक लाया जा चुका है। यहां से 32 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पहले ही हटाया जा चुका है। अब दिल्ली सिर्फ झूठे वादों पर नहीं, काम पर विश्वास करती है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार दो नए वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित कर रही है, इसके बाद रोजाना उत्पन्न होने वाले 11,000 टन कचरे का पूरा निस्तारण संभव हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र को अत्याधुनिक रोड स्विपिंग मशीनें दी जाएंगी, जो स्मॉग गन, वाटर स्प्रिंकलर और लिटर पिकर से लैस होंगी। वहीं अब सफाई का कार्य रात में होगा, ताकि ट्रैफिक जाम न हो। हर ऊंची इमारत पर एंटी स्मॉग गन लगेगी और पूरे साल 1,000 वाटर स्प्रिंकलर लगाए जाएंगे। कार्यक्रम में महापौर राजा इकबाल सिंह, पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, निगमायुक्त अश्वनी कुमार और दिल्ली सरकार व एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।