दिल्ली सरकार ने सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण को संबोधित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा की है. यह रोक 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगी.
दिल्ली सरकार ने सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण को संबोधित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा की है. यह रोक 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगी.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को एक बयान में कहा, “सर्दियों के मौसम के दौरान दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए, केजरीवाल सरकार ने पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. पटाखों की ऑनलाइन बिक्री/डिलीवरी भी प्रतिबंधित रहेगी. प्रतिबंध 1 जनवरी 2025 तक प्रभावी रहेगा.”
वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग होगा
गुरुवार को गोपाल राय ने कहा कि पर्यावरण विभाग शीतकालीन सत्र के दौरान वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 21 सूत्री योजना के तहत प्रदूषण हॉटस्पॉट पर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग करेगा.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को घोषणा की, “ठंड के महीनों में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए 21-सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना के एक भाग के रूप में, दिल्ली में पहली बार, पर्यावरण विभाग प्रदूषण हॉटस्पॉट पर वास्तविक समय में वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग करेगा.”
कार्ययोजना एवं सुझाव 12 सितम्बर तक सौंपने का निर्देश
बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी. उन्होंने कहा कि सभी विभागों को विंटर एक्शन प्लान के तहत विस्तृत कार्ययोजना एवं सुझाव 12 सितम्बर तक पर्यावरण विभाग को सौंपने के निर्देश दिये गये हैं.
गोपाल राय ने कहा कि सर्दी के मौसम में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने तैयारी तेज कर दी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हमारी सरकार ने दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार सख्त कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पिछले 9 वर्षों में प्रदूषण में लगभग 30 प्रतिशत की कमी आई है.
दिल्ली के मंत्री ने 3 सितंबर को कांग्रेस और भाजपा की दिल्ली राज्य इकाई के अध्यक्षों को भी पत्र लिखकर दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से शीतकालीन कार्य योजना में शामिल करने के लिए सकारात्मक सुझाव मांगे.