CM भजनलाल शर्मा ने UPSC परीक्षा में राजस्थान से चयनित प्रतिभाओं का किया सम्मान, कहा- ‘राष्ट्र निर्माण…’  

राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि नए दौर में लोक सेवकों का नवाचारी होना काफी अहम है. ताकि वह बेहतर नागरिक केंद्रित सेवाओं को बढ़ावा दे सकें. संघ लोक सेवा आयोग द्वारा बीते सप्ताह घोषित सिविल सेवा परीक्षा परिणाम में राजस्थान के कई युवाओं का चयन हुआ है. चयनित होने वालों में 91वीं रैंक पाने वाले नेत्रहीन मनु गर्ग भी शामिल हैं, जो अब प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनकर उभरे हैं. राजस्थान की इन होनहार प्रतिभाओं के सम्मान में राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया.

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस कार्यक्रम में इसमें शामिल है. सीएम ने राजस्थान से चयनित प्रतिभाओं का सम्मान किया. उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी.मुख्यमंत्री ने सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए चयनित लोक सेवकों का राष्ट्र निर्माण में समर्पित भाव से कार्य करने के लिए उत्साहवर्धन किया. सीएम भजनलाल शर्मा ने उम्मीद जताई कि वे सभी अमृत काल के योद्धा के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साल 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में अपना योगदान देंगे. साथ ही उत्कृष्ट लोक सेवा के माध्यम से हमेशा राजस्थान का नाम देश भर में रोशन करेंगे.

मुख्यमंत्री भजनलाल ने चयनितों लोक सेवकों से कहा, “प्रतिष्ठित यूपीएससी परीक्षा में सफलता के बाद आप लोगों के जीवन में नए परिश्रम का दौर शुरू होगा. राष्ट्र निर्माण और गरीब कल्याण में लोक सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. लोक सेवक प्रशासन के कर्णधार होते हैं.”

लोक सेवकों का नवाचारी होना महत्वपूर्ण- CM

सीएम ने आगे कहा, “नए दौर में लोक सेवकों का नवाचारी होना महत्वपूर्ण है. ताकि आम लोगों को बेहतर नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान की जा सके.”

सम्मान समारोह में मुख्य सचिव सुधांशु पंत ने कहा, “लोक सेवक के रूप में देश और समाज की सेवा का सौभाग्य चुनिंदा लोगों को ही मिल पाता है.” राज्य के पुलिस महानिदेशक यूआर साहू ने कहा, “अपने सेवाकाल में हमेशा गरीब कल्याण को प्राथमिकता देने का संकल्प लें. अपनी सफलता में माता-पिता और परिजनों के योगदान को कभी नहीं भूलें.”

मनु गर्ग ने ‘मां’ को दिया सफलता का श्रेय

जयपुर निवासी दृष्टिबाधित मनु गर्ग ने मुख्यमंत्री भजनलाल से बातचीत में कहा, “दृष्टिबाधित होने के बावजूद सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में 91 वां स्थान हासिल किया है. उन्होंने अपनी इस सफलता का मूल मंत्र अपनी माताजी के संकल्प को बताया.” देशभर में 20वां स्थान हासिल करने वाले जोधपुर निवासी त्रिलोक सिंह ने कहा, “लोक सेवक के रूप में वे भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं. अब अपने पिता द्वारा दी गई प्रेरणा को लोक सेवा के जरिए आगे बढ़ाएंगे.”

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