
चैंपियंस ट्ऱॉफी-2025 जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा रहे श्रेयस अय्यर का दर्द बाहर आया है। अय्यर ने मिडिल ऑर्डर में शानदार बल्लेबाजी की और भारत की जीत के नायकों में शामिल रहे। उन्होंने टीम के मिडिल ऑर्डर में अपना स्थान पक्का कर लिया है। हालांकि, अय्यर को एक बात का मलाल है।
अय्यर को मलाल है कि कोलकाता नाइट राइडर्स को अपनी कप्तानी में आईपीएल-2024 का खिताब जिताने के बाद भी उन्हें वो सम्मान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। अय्यर की कप्तानी में कोलकाता ने अपना तीसरा खिताब जीता था। फिर भी फ्रेंचाइजी ने अपने कप्तान को रिटेन नहीं किया। अय्यर को मेगा नीलामी में पंजाब किंग्स ने अपने साथ जोड़ा और उन्हें कप्तान बनाया है।
खुशहाल रहे पिछले कुछ महीने
चैंपियंस ट्रॉफी में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने 243 रन बनाए। अय्यर अपने प्रदर्शन से काफी खुश हैं। उन्होंने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, “मैं बेहद खुश हूं। ईमानदारी से कहूं तो मेरे लिए ये एक सफर रहा है। वनडे वर्ल्ड कप-2023 के बाद मुझे सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में से निकाल दिया गया था। मैंने अपने आप को परखा कि मैं कहां गलत हूं, मुझे क्या करना चाहिए। मुझे कितना अपनी फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए।”
अय्यर ने कहा, “मैंने अपने आप से ये सभी सवाल किए और फिर रुटीन बनाया। इसके बाद मैंने अपनी ट्रेनिंग और स्कील्स पर काम किया। एक बार जब मुझे घरेलू क्रिकेट में लगातार मैच खेलने का मौका मिलता रहा तब मुझे पता चला कि फिटनेस मेरे लिए कितनी जरूरी है। कुल मिलाकर मैं काफी खुश हूं।”
कई बार नहीं मिलती तवज्जो
अय्यर ने कहा कि कई बार उनके साथ ऐसा होता है कि वह काफी मेहनत करते हैं और अच्छा करते हैं, लेकिन उन्हें फिर भी वो तवज्जो नहीं मिलती जिसके वो हकदार होते हैं। उन्होंने कहा, “जब मैं पहचान की बात करता हूं तो ये सम्मान मिलने की बात होती है। ये उस सम्मान की बात होती है जो मैदान पर मेरे प्रयासों के एवज में मिलना चाहिए। मुझे लगता है कि कई बार मेरे प्रयास को तवज्जो नहीं दी जाती।”
अय्यर से जब पूछा गया कि जो संट्रेल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर जाने और उनके करियर में जो हुआ इससे उन्हें कभी फ्रस्ट्रेशन होती है तो उन्होंने कहा, “ऐसा तो कभी नहीं हुआ क्योंकि मैं आईपीएल खेल रहा था। मेरा ध्यान आईपीएल जीतने पर था। मुझे निजी तौर पर लगता है कि आईपीएल जीतने के बाद मुझे जो इज्जत मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली, लेकिन जब तक आपके अंदर अपने उसूलों पर चलने की ललक और जब आप सब सही करते हैं तो ये काफी जरूरी होता है और मैं यही कर रहा था।”