हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा हाईकमान ने प्रदेश में मोर्चा संभाल रखा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव की कमान संभाल रहे हैं। इनके साथ ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया हुआ है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस में आमने-सामने की टक्कर है। भाजपा प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए ताकत झोंक रही है, जबकि कांग्रेस दस साल का सूखा दूर करने को जोर लगा रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा हाईकमान ने प्रदेश में मोर्चा संभाल रखा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव की कमान संभाल रहे हैं। इनके साथ ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी लगातार रैलियां करके अपनी ताकत दिखा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस हाईकमान ने अभी तक हरियाणा के चुनाव से दूरी बनाई हुई है।
रणनीति के तहत कर्नाटक के फार्मूले पर चलते हुए कांग्रेस ने प्रदेश के ही स्थानीय नेताओं पर भरोसा जता रही है। कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान और दीपेंद्र हुड्डा प्रदेश को नाप रहे हैं। देखना यह है कि दोनों राष्ट्रीय दलों में से किसकी रणनीति कारगर होती है और हरियाणा की जनता किसको जीत का ताज पहनाएगी।
भाजपा : सीएम सैनी कर चुके 50 रैलियां, पीएम और शाह की भी रैलियां
विधानसभा चुनाव का एलान होने के बाद भाजपा करीब 70 रैलियां कर चुकी हैं। इनमें अकेले 50 रैलियां प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कर चुके हैं। इनके अलावा केंद्रीय नेतृत्व की बात करें तो पीएम मोदी कुरुक्षेत्र में रैली कर चुके है और अमित शाह चार रैलियां कर चुके हैं। इनके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की भी रैलियां जारी हैं।
भूपेंद्र हुड्डा की 40 और दीपेंद्र की 48 रैलियां
कांग्रेस के स्टार प्रचारक पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र हुड्डा ही प्रदेश को नाप रहे हैं। अब तक भूपेंद्र सिंह हुड्डा 40 रैलियां कर चुके हैं, जबकि सांसद दीपेंद्र हुड्डा 48 रैलियां कर चुके हैं। भूपेंद्र हुड्डा के साथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान भी प्रचार में शामिल रहते हैं। अब 26 सिंतबर के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी हरियाणा में प्रचार को धार देने आ रहे हैं। इससे पहले टिकट वितरण से लेकर नामांकन तक में कोई केंद्रीय नेता हरियाणा में नहीं आया है।
भाजपा का राष्ट्रीय मुद्दों पर जोर, कांग्रेस स्थानीय मुद्दों पर रही घेर
हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा राष्ट्रीय मुद्दों को उठा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी समेत अमित शाह धारा 370, आरक्षण और आतंकवाद को लेकर हमलावर हैं। साथ ही कांग्रेस शासन के समय दलितों पर हुए अत्याचारों को भी मुद्दा बना रही है। जबकि कांग्रेस हरियाणा के मुद्दों को लेकर ही भाजपा सरकार की घेराबंदी कर रही है। कांग्रेस बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और प्रदेश में बढ़ते अपराध को प्रचार का हथियार बना रही है। दोनों ही दल रणनीति के तहत के दूसरे पर हमला बोल रहे हैं और मतदाताओं को साधने की कोशिश कर रहे हैं।