
हिमाचल में कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा पर विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया. आरोप है कि उन्होंने सीएम सुक्खू की छवि धूमिल कर सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार किया. हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के विधायक, बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस लेकर आए हैं. यह नोटिस मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की छवि को धूमिल करने और भ्रामक प्रचार को लेकर लाया गया है.
विधानसभा अध्यक्ष को मानसून सत्र के दौरान ही सुधीर शर्मा ने भी पत्र लिखा था, जिसे सोशल मीडिया पर साझा किया गया था. जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू पर सदन में झूठे आंकड़े देने का आरोप लगाया गया था.
कांग्रेस विधायकों ने सुधीर शर्मा पर कार्रवाई की मांग की
कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि यह विशेषाधिकार हनन है. जब विधानसभा अध्यक्ष ने यह फैसला भी नहीं किया था कि उनके लिखे पत्र को प्रिविलेज कमेटी को भेजा जाए या नहीं, उससे पहले सुधीर शर्मा ने सोशल मीडिया पर डालकर इसे सार्वजनिक कर दिया.
कांग्रेस विधायकों का तर्क है कि यह आचरण सदन की मर्यादा के खिलाफ है और संवैधानिक स्थिति का भी उल्लंघन है. ऐसे में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए.
सदन में भ्रामक और झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप- सुधीर शर्मा
बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था. इस नोटिस की प्रति विधानसभा अध्यक्ष को भेजने के बाद उन्होंने इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी साझा कर दिया. नोटिस में आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री ने कई बार सदन में भ्रामक और झूठे आंकड़े पेश किए.
सुधीर शर्मा ने लिखा था कि साल 2025-26 के बजट भाषण में मुख्यमंत्री ने 25 हजार युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. पिछले साल मानसून सत्र के दौरान यह संख्या 34 हजार से अधिक बताई गई, जबकि इस साल स्वतंत्रता दिवस पर सीएम ने केवल 23 हजार नौकरियां देने की घोषणा की.
अब देखना यह होगा कि विधानसभा अध्यक्ष इस पर क्या फैसला लेते हैं.