Bihar Election 2025: तेजस्वी यादव का हर घर में नौकरी का वादा, मंत्री अशोक चौधरी ने कहा- सिर्फ चुनावी बुलबुला

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव के ‘हर घर में सरकारी नौकरी’ वादे पर मंत्री अशोक चौधरी ने इसे चुनावी स्टंट बताया. उन्होंने कहा कि जनता स्थिर और व्यवस्थित सरकार चाहती है.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. इस बार का सियासी विवाद तेजस्वी यादव के ‘हर घर में सरकारी नौकरी’ देने वाले ऐलान को लेकर छिड़ा. बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने इस घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे केवल चुनावी स्टंट करार दिया.

आशोक चौधरी का कहना था कि यह घोषणा सिर्फ वोट पाने के लिए किया गया एक राजनीतिक हथकंडा है और इसे जनता गंभीरता से नहीं लेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में जनता स्थिर और व्यवस्थित सरकार चाहती है.

लोग केवल नौकरी के वादों से प्रभावित नहीं होंगे- आशोक चौधरी

अशोक चौधरी ने कहा कि जनता पहले से ही जानती है कि राजद और उसके नेता बिहार में किस तरह की राजनीतिक सोच रखते हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि लोग केवल नौकरी के वादों से प्रभावित नहीं होंगे. मंत्री ने कहा कि राजद के नेताओं के प्रति प्रदेश में लोगों के मन में क्या भाव है और लोग क्या चाहते हैं, यह मायने रखता है. सिर्फ नौकरी के नाम पर सनसनी फैलाना और अपने चुनावी प्रचार को जोर देना ही उनका मकसद है.

चुनावी हथकंडा है तेजस्वी यादव का वादा

अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने पिछले कई सालों में राज्य में स्थिरता और विकास को बनाए रखा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि तेजस्वी यादव का यह वादा असंभव और केवल चुनावी हथकंडा है, जिसे लोग आसानी से पहचान सकते हैं. उनका मानना है कि इस तरह की घोषणाओं से जनता को भ्रमित नहीं किया जा सकता है.

चुनाव में आम हो गए हैं रोजगार और सरकारी नौकरियों के वादे

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव में रोजगार और सरकारी नौकरियों को लेकर वादे आम हो गए हैं. हालांकि, मंत्री अशोक चौधरी के बयान से यह संकेत मिलता है कि बीजेपी और जदयू जैसे गठबंधन दल राजद के इस वादे को केवल चुनावी प्रचार मान रहे हैं. उनका कहना है कि राज्य की जनता अब अनुभव और स्थिरता को महत्व देती है और केवल लालच या बड़े वादों से प्रभावित नहीं होगी.

बिहार विधानसभा चुनाव में रोजगार, विकास, कानून-व्यवस्था और शिक्षा जैसे मुद्दे भी मुख्य रूप से चर्चा में हैं. अशोक चौधरी के बयान के बाद राजनीतिक दलों के बीच नई बहस छिड़ गई है. विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी यादव का यह वादा जनता में कितनी छाप छोड़ पाएगा, यह चुनाव के नजदीक ही स्पष्ट होगा. वहीं, जदयू के समर्थन में मंत्री का जोर यह दिखाता है कि राज्य में स्थिर सरकार और सतत विकास को लेकर जनता की धारणा मजबूत है.

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