‘…लेकिन कांग्रेस के मंथन में विष ही विष मिला’, अनिल विज का तंज

Haryana News: चुनावी वायदों को लेकर कांग्रेस के निशाने पर अनिल विज ने कहा कि उसे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. बीजेपी अपने वादों को पूरा करना भली भांति जानती है.

Anil Vij: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थी, लेकिन अंत में बीजेपी बाजी मारने में सफल हुई. बीजेपी प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनाने में सफल हो गई. वहीं, कांग्रेस में हार को लेकर बीते दिनों मंथन हुआ था, जिसमें कई कारण निकलकर सामने आए. अब कांग्रेस के इसी मंथन पर बीजेपी नेता अनिल विज ने तंज कसा है. 

उन्होंने कहा, “हाल ही में मैंने सुना है कि कांग्रेस ने अपनी हार को लेकर मंथन किया है. पहले भी सागर का मंथन हुआ था. उसमें उस समय विष भी मिला था और अमृत भी मिला था, लेकिन कांग्रेस के मंथन में विष ही विष मिला है.”

‘वादे को पूरा करने में नहीं बरतेंगे कोताही’
अनिल विज ने आगे कहा, “बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान जो-जो वादे किए थे, उसे हर कीमत पर हम लोग पूरा करेंगे. हम किसी भी वादे को पूरा करने में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतेंगे. जनता का हित हमारे लिए कल भी सर्वोपरि था और आगे भी रहेगा. जनता के हित से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”

महिलाओं को 2,100 रुपये देने का किया था वादा 
दरअसल, कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा ने सवाल किया है कि आप लोगों ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर सभी महिलाओं को 2,100 रुपये दिए जाएंगे. इसी संबंध में जब अनिल विज से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. बीजेपी अपने वादों को पूरा करना भली भांति जानती है.

छावनी एयरपोर्ट  को लेकर कही ये बात
उन्होंने आगे छावनी एयरपोर्ट पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, “छावनी के एयरपोर्ट की बात करें, तो यह पूरी तरह से तैयार है. इसमें एक महत्वपूर्ण मशीन लगाने की आवश्यकता है, जो सामान की स्कैनिंग करेगी. मैंने इस विषय पर बात की है और आज मैं नागरिक उड्डयन मंत्री से भी संपर्क करने की कोशिश करूंगा, ताकि यह मशीन जल्द से जल्द मिल सके.

अनिल विज ने कहा, “मेरा मानना है कि प्रशासन को चाहिए कि वह काम को जिम्मेदारी से निभाए. अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन गंभीरता से करना चाहिए. चाहे वह सफाई का कार्य हो या बिजली का, सभी को अपने कार्य में दक्ष होना चाहिए. केवल वही अधिकारी सफल होंगे, जो इन लक्ष्यों के अनुरूप अपने को ढाल पाएंगे.”

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