
वैशाली जिले के हाजीपुर सदर अस्पताल परिसर में बाइक चोरी के आरोप में एक नाबालिग को लोगों ने रंगे हाथों पकड़ लिया। ‘चोर-चोर’ का शोर होते ही सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए और लाठी-डंडों व लात-घूंसों से उसकी जमकर पिटाई कर दी।
वैशाली जिले के हाजीपुर में भीड़ की हिंसा का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां चोरी के आरोप में एक नाबालिग को लोगों ने घेरकर बेरहमी से पीट दिया। हालात ऐसे बन गए कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही नाबालिग की जमकर पिटाई हो चुकी थी। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसने कानून-व्यवस्था और भीड़ के उग्र रवैये पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूरा मामला हाजीपुर सदर अस्पताल परिसर का है। जानकारी के अनुसार, मोटरसाइकिल चोरी करते समय एक नाबालिग को लोगों ने रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद ‘चोर-चोर’ का शोर होते ही भारी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जुट गए और लाठी-डंडों व लात-घूंसों से उसकी पिटाई शुरू कर दी। जिसे भी मौका मिला, उसने भीड़ के साथ मिलकर हाथ साफ कर लिया।
पकड़े गए नाबालिग की पहचान बिदुपुर थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर गांव निवासी के रूप में बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि उसका नाम रौशन कुमार है और वह नशे का आदी है। नशे के लिए पैसे जुटाने के उद्देश्य से उसने मोटरसाइकिल चोरी करने का प्रयास किया था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चोरी पकड़े जाने के बाद आक्रोशित लोगों ने सदर अस्पताल परिसर में ही उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात गार्ड ने नाबालिग को बचाने की कोशिश की, लेकिन उग्र भीड़ के सामने वह बेबस नजर आया। भीड़ लगातार लाठी-डंडों और लात-घूंसों से उसकी पिटाई करती रही।
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह नाबालिग को भीड़ से छुड़ाकर अपनी अभिरक्षा में लिया। इसके बाद उसे नगर थाना ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, नाबालिग हाजीपुर महिला कॉलेज के पास अपने ननिहाल में रहता था और नशे की लत पूरी करने के लिए पहले भी छोटी-मोटी चोरियों को अंजाम देता रहा है। उल्लेखनीय है कि सदर अस्पताल परिसर में पहले भी बाइक और साइकिल चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। सीसीटीवी कैमरे और गार्ड की तैनाती के बावजूद लगातार हो रही चोरियों से स्थानीय लोग पहले से ही नाराज थे, जिसका गुस्सा इस घटना में खुलकर सामने आ गया फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और वायरल वीडियो के आधार पर भीड़ में शामिल लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।



