विपक्ष का पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में हारना तय, अमित शाह ने कर दी भविष्‍यवाणी

अमित शाह का कहना है कि विपक्ष के नेता को अभी हार से थकना नहीं है, क्योंकि यह तय मानिए कि उनका बंगाल और तमिलनाडु में हारना बाकी है. उन्होंने कहा कि 2029 में भी नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ही हमारी सरकार बनेगी. केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद, गुजरात में नवा वणझर गाँव के 205 परिवारों को भूमि आवंटन के प्रमाण-पत्र वितरित किए. इस मौके पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वणझर गांव में एक छोटा, लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण प्रसंग घटित हुआ है. उन्होंने कहा कि विस्थापितों को विपक्षी पार्टी की सरकार ने अस्थायी तौर पर बसाकर भविष्य के भरोसे छोड़ दिया था, लेकिन हमारी सरकार ने ढूंढकर पट्टा देने का काम किया है. अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई अमृत योजना, मुख्यमंत्री  भूपेन्द्र पटेल जी की शहरी विकास योजनाएं और अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के अपने फंड का उपयोग कर हमने लगभग 400 करोड़ रुपये के खर्च से आज इन 15 लाख लोगों के निवास की जगह से रोज़मर्रा के गंदे पानी की निकासी की स्थायी व्यवस्था हो गई है. 

हर बार वे चुनाव क्यों हार जाते हैं

अमित शाह ने कहा कि लोकसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता ने एक विचित्र सवाल किया, ‘हर बार हम ही चुनाव क्यों हार जाते हैं?’ उन्होंने कहा कि वह विपक्ष के नेता से विनती करते हैं कि वह इन दो कार्यक्रम के बारे में समझ लें तो उन्हें पता चल जाएगा कि हर बार वे चुनाव क्यों हार जाते हैं. अमित शाह ने कहा कि जिन्हें विपक्षी पार्टी की सरकार ने अस्थायी तौर पर बसाकर भविष्य के भरोसे छोड़े दिया था, उनको ढूंढकर पट्टा देने का काम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी पार्टी ने किया.

गुजरात मॉडल पूरे देश में स्‍थापित किया 

अमित शाह ने कहा कि जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी है कि जनता माँग करे या न करे, उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए. उन्होंने कहा कि यह अद्भुत कार्य संस्कृति मोदी ने गुजरात में स्थापित की और पूरे देश में फैलाई. अमित शाह ने कहा कि दूसरा उदाहरण 15 लाख लोगों की आबादी के लिए सीवर लाइन की व्यवस्था का है. म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन, गुजरात सरकार और भारत सरकार, सभी ने स्थानीय सांसद होने नाते मेरी जैसी ही भावना और संवेदनशीलता से यह कार्य पूरा किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता यह बात समझने की बजाय मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) समझने में लगे हैं, जो समझाना उनका कार्य नहीं है.

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