
देश की राजधानी के सबसे व्यस्त व्यापारिक केंद्र चांदनी चौक में उस समय हड़कंप मच गया जब कूचा महाजनी के पास स्थित एक बहुमंजिला इमारत से आग की ऊंची लपटें उठने लगीं। संकरी गलियां और भारी भीड़ के बीच आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गनीमत रही कि स्थानीय लोगों की सूझबूझ और दमकल विभाग की मुस्तैदी के चलते किसी जानहानि की खबर नहीं है।
रेस्क्यू ऑपरेशन और दमकल का संघर्ष
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली फायर सर्विस ने तुरंत 5 दमकल गाड़ियों को मौके पर रवाना किया। हालांकि पुरानी दिल्ली की भौगोलिक स्थिति के कारण बचाव कार्य में काफी चुनौतियां आईं। चांदनी चौक की संकरी गलियों के कारण दमकल की बड़ी गाड़ियों को आग वाली जगह तक पहुंचने में काफी समय लगा। दुकानों और गोदामों में भरे ज्वलनशील सामान के कारण आग तेजी से फैल रही थी। कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर पूरी तरह काबू पा लिया है। फिलहाल कूलिंग प्रोसेस जारी है।
आग लगने का कारण और सुरक्षा चूक
अभी तक आग लगने के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है लेकिन प्राथमिक जांच में दो मुख्य संभावनाएं जताई जा रही हैं। पुरानी इमारतों में तारों के जाल और ओवरलोडिंग के कारण शॉर्ट सर्किट की आशंका है।मार्केट के गोदामों में रखे कपड़े या अन्य ज्वलनशील पदार्थ आग भड़काने का कारण हो सकते हैं।
समय रहते टला बड़ा हादसा
अधिकारियों के मुताबिक स्थानीय पुलिस और दुकानदारों ने मिलकर इमारत में मौजूद कर्मचारियों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इमारत में अग्निशमन नियमों (Fire Safety Norms) का पालन किया जा रहा था या नहीं। यदि कोई लापरवाही पाई जाती है तो बिल्डिंग मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



