
Bihar Politics: आरजेडी का दावा है कि मजबूरी में बीजेपी ने नीतीश को सीएम बनाया है. अब छुटकारा चाहती है. जेडीयू के अंदर जो भुंजा पार्टी है वह भी नीतीश कुमार को सीएम पद से हटाना चाहती है. बिहार में विधानसभा चुनाव (2025) के बाद हाल ही में नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. मुलाकात को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक चर्चा ये भी है कि सीएम के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर भी बातचीत हुई है. इन सबके बीच आरजेडी की ओर से सनसनीखेज दावा किया गया है.
बुधवार (24 दिसंबर, 2025) को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि बीजेपी शीर्ष नेतृत्व नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाना चाहता है. नीतीश कुमार जिसका भी नाम सुझा देंगे उसको बीजेपी सीएम बना देगी. क्योंकि बीजेपी देख रही है मानसिक रूप से नीतीश अस्वस्थ हैं. सार्वजनिक मंचों पर क्या कृत्य कर रहे हैं.
आरजेडी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि सीएम की कुर्सी वो नहीं छोड़ेंगे. जेडीयू के अंदर जो बीजेपी के विचार वाले लोग हैं वह निशांत कुमार को आगे रखकर बीजेपी की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं. एक सवाल पर कहा कि निशांत को सीएम बनाया जाएगा या नहीं यह उनका आंतरिक मामला है. जेडीयू के अंदर जो भुंजा पार्टी है वह भी नीतीश कुमार को सीएम पद से हटाना चाहती है.
‘नीतीश कुमार को सीएम नहीं बनने देना है’
एजाज ने कहा कि चुनाव से पहले ही तय था कि नीतीश को सीएम नहीं बनने देना है लेकिन जिस तरह से परिणाम आए, मजबूरी में बीजेपी को नीतीश को सीएम बनाना पड़ा. अब छुटकारा चाहती है.
क्या नीतीश के लिए महागठबंधन के दरवाजे खुले हैं? इस पर कहा, “जो भी हमारे विचारों के साथ महागठबंधन में आना चाहेंगे हम लोग उनका स्वागत करेंगे, लेकिन हम जो तय करेंगे उसके अनुसार बातचीत होगी. पीएम मोदी… अमित शाह से नीतीश की जो मुलाकात हुई उसमें बिहार के विकास पर चर्चा नहीं हुई. सीएम पद से हटाने पर चर्चा हुई.”
आरजेडी के दावे पर क्या बोली बीजेपी?
आरजेडी नेता के दावे पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि लालू की पार्टी संकट से गुजर रही है. लालू अस्वस्थ हैं. तेजस्वी लापता हैं. चुनाव में करारी हार हुई है इसलिए आरजेडी के नेता-कार्यकर्ता मानसिक रूप से परेशान हैं, इसलिए अनाप-शनाप बयानबाजी हो रही है. एनडीए की सरकार पांच साल के लिए है. एनडीए के मुखिया नीतीश कुमार ही हैं. हम लोग चाहते हैं पढ़े-लिखे युवा राजनीति में आएं. निशांत कुमार इंजीनियर हैं. पढ़े-लिखे युवा हैं. अगर जेडीयू और जनता चाहेगी तो निशांत कुमार सक्रिय राजनीति में आएंगे.



