
दांतों का दर्द सिर्फ असहज ही नहीं, बल्कि यह हमारे रोजमर्रा के कामकाज, नींद और खाने-पीने की आदतों को भी प्रभावित कर सकता है। इस दर्द के पीछे कैविटी, मसूड़ों में सूजन, ठंडा-गर्म लगना, टूटा दांत, फंसा हुआ खाना या बैक्टीरियल इन्फेक्शन जैसी कई वजहें हो सकती हैं।
हल्के और शुरुआती दर्द में घरेलू नुस्खे काफी हद तक आराम दिला सकते हैं, लेकिन लंबे समय तक चलने वाले या बहुत तेज दर्द में डेंटिस्ट से कंसल्ट करना जरूरी हो जाता है। यहां हम आपके लिए कुछ ऐसे ही असरदार और सुरक्षित घरेलू नुस्खे लेकर आए हैं, जो दांतों के शुरुआती दर्द से राहत दिलाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
लौंग का तेल
लौंग में मौजूद यूजेनॉल एक नेचुरल पेन रिलीवर और एंटीसेप्टिक है। रुई में थोड़ा लौंग का तेल लगाकर प्रभावित दांत या मसूड़े पर कुछ मिनट रखें। इससे दर्द और सूजन दोनों में आराम मिलता है।
नमक के पानी से कुल्ला
आधा चम्मच नमक गुनगुने पानी में मिलाकर दिन में 2-3 बार कुल्ला करें। यह बैक्टीरिया को खत्म करता है, मसूड़ों की सूजन घटाता है और दांतों को साफ रखता है।
लहसुन का पेस्ट
लहसुन में मौजूद एलिसिन एंटीबैक्टीरियल और एनाल्जेसिक गुणों से दर्द में तुरंत आराम देता है। लहसुन की एक कली पीसकर सीधे दर्द वाली जगह पर लगाएं।
ठंडा सेंक
बर्फ के टुकड़ों को पतले कपड़े में लपेटकर गाल के बाहर दर्द वाली जगह पर 10-15 मिनट रखें। यह सूजन कम करता है और नसों को सुन्न कर दर्द घटाता है।
प्याज का रस
प्याज में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। ताजा प्याज का छोटा टुकड़ा धीरे-धीरे चबाएं या उसका रस दर्द वाले हिस्से पर लगाएं, इससे बैक्टीरिया कम होते हैं।
पुदीना टी बैग
पुदीना के ठंडक और हल्के सुन्न करने वाले गुण दांत दर्द में राहत देते हैं। पुदीना टी बैग को ठंडा करके प्रभावित हिस्से पर रखें।
अदरक और लाल मिर्च पेस्ट
दोनों को बराबर मात्रा में पीसकर पेस्ट बनाएं और रुई में लगाकर दर्द वाली जगह पर रखें।यह नेचुरली दर्द से राहत दिलाता है।
गुड़हल की पत्तियां
ताजी गुड़हल की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बनाएं और मसूड़ों या दांत पर लगाएं। इसमें सूजन और इन्फेक्शन कम करने की क्षमता होती है।
हल्दी पेस्ट
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन घटाने और बैक्टीरिया को खत्म करने में असरदार है। हल्दी पाउडर में पानी या सरसों का तेल मिलाकर दांत पर लगाएं।
सावधानी भी है जरूरी
ये नुस्खे केवल टेम्पररी राहत के लिए हैं। अगर दर्द 2-3 दिनों से ज्यादा रहे, सूजन फैले या बुखार आए, तो तुरंत डेंटिस्ट से सलाह लें। बता दें, समय पर इलाज कराने से दांत और मसूड़ों को बचाना आसान होता है।



