वीएमएमसी एवं सफदरजंग अस्पताल में दिव्यांगजन द्वारा बनाए उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारंभ

कौशल विकास, आत्मविश्वास और आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा देने की पहल

वीएमएमसी एवं सफदरजंग अस्पताल के फिज़िकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (PMR) विभाग के वोकेशनल गाइडेंस सेक्शन द्वारा दिव्यांगजन के कौशल विकास और पुनर्वास को समर्पित चार दिवसीय प्रदर्शनी एवं बिक्री कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस प्रदर्शनी में उन व्यक्तियों द्वारा तैयार किए गए उपयोगी सामान और परिधान प्रदर्शित किए गए हैं, जो अस्पताल में पुनर्वास प्रबंधन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।

कार्यक्रम का उद्घाटन अस्पताल के निदेशक डॉ. संदीप बंसल ने किया। उन्होंने कहा कि PMR केवल शारीरिक पुनर्प्राप्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्तियों को आत्मनिर्भरता और सम्मान के साथ समाज में पुनः स्थापित करने का माध्यम भी है। उन्होंने कहा, “यह प्रदर्शनी हमारे संकल्प को दर्शाती है कि हम दिव्यांगजनों को कौशल बढ़ाने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।”

मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. चारू बंबा ने इस पहल की सराहना करते हुए बताया कि समावेशी और व्यावहारिक प्रशिक्षण मॉड्यूल मरीजों को उपयोगी कौशल प्रदान करते हैं, जो उनके पुनर्वास की यात्रा में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम आत्मविश्वास को मजबूत करते हैं और सामुदायिक जीवन में वापसी को सहज बनाते हैं।

वीएमएमसी की प्रिंसिपल डॉ. गीतिका खन्ना ने भी टीम की इस पहल की प्रशंसा की और इसे समग्र पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह प्रदर्शनी PMR टीम के परिवर्तनकारी प्रयासों का प्रमाण है। कार्यात्मक कौशल और आत्मविश्वास विकसित कर ऐसी पहल रोगियों को आत्मनिर्भर बनने में सहायता करती है।”

PMR विभागाध्यक्ष डॉ. अजय गुप्ता ने प्रदर्शित उत्पादों की सराहना करते हुए कहा कि यहां के मरीज केवल उपचार के प्राप्तकर्ता ही नहीं, बल्कि कुशल सृजक के रूप में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उत्पाद रोगियों के संकल्प, प्रगति और जीवन को पुनः संवारने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुमन बाधाल, फैकल्टी इंचार्ज, वोकेशनल गाइडेंस सेक्शन द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में 50 से अधिक मरीजों के कार्य शामिल किए गए हैं। उनके अनुसार, यह मंच मरीजों को अपनी कला प्रस्तुत करने, आत्मसम्मान बढ़ाने और आर्थिक संभावनाओं की खोज करने का अवसर प्रदान करता है।

प्रदर्शनी में आकर्षक परिधान, उपयोगी वस्तुएँ और हस्तनिर्मित सजावटी सामान प्रदर्शित किए गए हैं, जिनमें पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक डिजाइन का सुंदर समावेश देखने को मिलता है। यह चार दिवसीय कार्यक्रम अस्पताल स्टाफ, आगंतुकों और आम जनता के लिए खुला है, ताकि सभी मिलकर इस सशक्तिकरण केंद्रित पहल का समर्थन कर सकें।

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