
नौगाम स्थित पुलिस स्टेशन में हुए भीषण विस्फोट के बाद भी अभी तक स्थानीय लोग खौफ से नहीं उभर पाए हैं। घरों को नुकसान के मंजर देख मन में घटना की दहशत ताजा हो जाती है। वहीं नुकसान को लेकर लोगों ने मुआवजे की मांग की है।
थाने के आसपास के करीब एक किलोमीटर का क्षेत्र अब भी सील है। केवल स्थानीय निवासियों को आने-जाने की अनुमति है। सड़कों पर पुलिस कर्मियों का कड़ा पहरा है और रास्तों को कंटीली तारों से बंद किया है। हालांकि, किसी भी बाहरी आदमी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है लेकिन उस थाने की ओर जाने वाली गली के बाहर खड़े मोहम्मद शफी ने आपबीती सुनाते कहा कि अभी भी यादें ताजा हैं और खौफ दिल से जा नहीं रहा।
पोती के साथ खाना खाने के बाद टीवी देख रहे थे…अचानक विस्फोट
पांच साल की पोती अमाइरा की ओर इशारा करते हुए कहा- दोनों खाना खाने के बाद टीवी देख रहे थे और सोने की तैयारी में थे कि अचानक जोरदार विस्फोट हुआ और मकान के लगभग सभी शीशे टूट गए। किचन की अलमारियां नीचे गिर गई और गीजर भी गिर गया। अभी भी घर की हालत ऐसी है कि देख के खौफ महसूस होता है। इसलिए चाहते हैं कि सरकार मुआवजा दे।
100 मकानों को नुकसान पहुंचा
एक अन्य स्थानीय फारूक अहमद ने कहा कि घटनास्थल के आसपास के तीन मकान तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं और मोहल्ले के करीब सौ से अधिक मकान ऐसे हैं जिन्हें नुकसान पहुंचा है। सरकार से अपील है कि प्रशासन सर्वे करवा कर नुकसान की भरपाई करे। उन्होंने कहा कि धमाके ने सभी लोगों पर बुरी छवि छोड़ी है। रात में भी डर सा महसूस होता है।



