
Bihar Election 2025 Phases 2: बिहार चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 122 सीटों पर वोटिंग जारी है. सुबह 11 बजे तक 31.38% मतदान हुआ. रोजगार और पलायन मुख्य मुद्दे बने, महिलाओं और युवाओं में उत्साह दिखा. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार (11 नवंबर) को जारी है. इस चरण में कुल 122 सीटों पर मतदान हो रहा है. सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई और 4 घंटे में यानी 11 बजे तक पूरे बिहार में औसतन 31.38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है. महिलाएं और युवा खास उत्साह में नजर आ रहे हैं.
पहले चरण से ज्यादा वोटिंग
दूसरे चरण की वोटिंग में इस बार पहले चरण के मुकाबले ज्यादा जोश देखा जा रहा है. पहले चरण में सुबह 11 बजे तक 27.65 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि दूसरे चरण में यह बढ़कर 31.38 प्रतिशत तक पहुंच गई. यानी करीब 3.73 प्रतिशत ज्यादा मतदान हुआ है. अगर सुबह 9 बजे तक के आंकड़ों से तुलना करें तो उस समय पहले चरण में 13.13 प्रतिशत वोट पड़े थे, जबकि दूसरे चरण में 14.55 प्रतिशत. इसका मतलब यह हुआ कि शुरुआत से ही दूसरे चरण में मतदाताओं की भागीदारी ज्यादा रही.
कहां सबसे ज्यादा, कहां सबसे कम मतदान
राज्य के जिलों में मतदाताओं के रुझान में भी दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली. सबसे ज्यादा मतदान जमुई जिले में 33.69 प्रतिशत दर्ज हुआ है, जबकि सबसे कम मधुबनी में 28.66 प्रतिशत वोट पड़े हैं.
इसके अलावा किशनगंज में 34.74 प्रतिशत और गया में 34.07 प्रतिशत मतदान हुआ, जो अब तक के सबसे ऊंचे आंकड़ों में शामिल है. वहीं भागलपुर में 29.08 प्रतिशत और रोहतास में 29.80 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो राज्य के औसत से थोड़ा कम है.
कुछ अन्य जिलों की बात करें तो अररिया में 31.88 प्रतिशत, अरवल में 31.07 प्रतिशत, औरंगाबाद में 32.88 प्रतिशत, बांका में 32.91 प्रतिशत, कैमूर में 31.98 प्रतिशत, कटिहार में 30.83 प्रतिशत, नवादा में 29.02 प्रतिशत, पश्चिम चंपारण में 32.39 प्रतिशत, पूर्णिया में 32.94 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 31.16 प्रतिशत, शिवहर में 31.58 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 29.81 प्रतिशत और सुपौल में 31.69 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई.
रोजगार और पलायन बने मुख्य मुद्दे
इस बार बिहार के चुनाव में मतदाताओं का ध्यान जाति या धर्म की राजनीति से हटकर रोजमर्रा की समस्याओं पर केंद्रित दिख रहा है. लोगों ने साफ कहा कि रोजगार, पलायन, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे उनके लिए सबसे अहम हैं.
महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी
मतदान केंद्रों पर सुबह से ही महिलाओं की लंबी कतारें देखी गईं. कई जगहों पर महिलाएं बच्चों को साथ लेकर वोट डालने पहुंचीं. युवाओं में भी जोश साफ नजर आया, खासकर पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं में. कई युवा मतदाताओं ने कहा कि वे इस बार बदलाव चाहते हैं और बिहार के बेहतर भविष्य के लिए वोट कर रहे हैं.



